आज़ादी के 7 दशकों बाद मिटेगा बंजार की सैंज घाटी के दुर्गम गांव शुघाड़, शाकटी व मरोड़ का अंधकार

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सैंज (महेंद्र सिंह) : जिला कुल्लू की सैंज उप-तहसील की अति दुर्गम पँचायत गाढ़ा पारली के शाकटी, मरोड़, शुगाड को आजादी के सात दशकों बाद दूधिया रोशनी मिलने वाली है। सोमवार को शिमला में हुई हिमाचल प्रदेश राज्य वन्यजीव बोर्ड की 9वीं वैठक में इन गांवों के बारे में विस्तृत कि चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने की। इस बैठक में हिमाचल सरकार के वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर व बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी विशेष रूप से मौजूद रहे। 
विधायक सुरेंद्र शौरी ने बताया है कि कुल्लू जिले के अति दुर्गम गांव शुगाड, शाकटी एवं मरोड़ के लिए बिजली की हाई वोल्टेज लाइन के लिए वन भूमि हस्तांतरण का मामला राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड के लिए अनुमोदित किया और शीघ्र ही उसकी स्वीकृति राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड से मिलेगी। विधायक शौरी ने कहा है कि इन गाँवो के लिए सोमवार को हुई वैठक में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा है कि विजली की सुविधा के बाद भविष्य में इन गाँवो को सड़क सुविधाओं से भी जोड़ा जाएगा।

राज्य वन्यजीव बोर्ड की 9वी वैठक में लिया फैसला

 उन्होंने बताया है कि राज्य राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक 2017 के बाद पिछले दिनों सोमवार को हुई है हालांकि विद्युत विभाग ने शाकटी, मरोड़ व शुगाड गाँवो के लिए टेंडर भी करवा दिए है। नेशनल पार्क होने की बजह से कुछ दिक्कतें आ रही है, बिजली की हाई बोल्टेज लाइन विछाने के मामले को भूमि हस्तांतरण के लिए राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड के लिये अनुमोदित किया है। शीघ्र स्वीकृति मिलते ही ये गाँव दूूधिया रोशनी से जगमगाएंगे।

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