सैंज (कुल्लू), महेंद्र सिंह । शनिवार रात को हुई बारिश ने एक बार फिर सैंजघाटी को दुनिया से अलग कर दिया। देर रात हुई भारी बारिश से सैंजघाटी को उपमंडल मुख्यालय व नैशनल हाईवे से जोड़ने बाला लारजी-सैंज मार्ग जगह-जगह बन्द हो गया। भारी बारिश से हुई इस तबाही के कारण करीब दस घण्टे तक सैंजघाटी में यातायात ठप रहा।
बहुचर्चित पागलनाला में भारी मलवा आने से सड़क पूरी तरह से अवरुद्ध हुई वहीं सपांगनी के निकट भूस्खलन तथा तरेढ़ा नाला में मलबा आने से लोकनिर्माण को सड़क बहाली में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि विभाग ने सुबह से ही दो मशीनें सड़क बहाली के लिए लगाई थी लेकिन विभाग के अथक प्रयासों के बाबजूद दस घण्टे बाद ही सड़क बहाल हुई।
सड़क के जगह-जगह बंद होने से जहां अनेकों यात्रियों को काफ़ी परेशानी हुई वहीं अपने उत्पाद मंडियों के लिए ले जा रहे किसान-बागवान रात दो बजे से रविवार दोपहर 12 बजे तक सड़कों में फंसे रहे । लोकनिर्माण विभाग ने दो मशीनों के साथ सुबह ही कार्य शुरू किया था लेकिन बड़ी गाड़ियों के लिए सड़क बहाल करने में विभाग को को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी और एनएचपीसी के सहयोग से रविवात दोपहर सड़क खोल पाए।
बता दें कि सैंजघाटी को उपमंडल या जिला मुख्यालय से जोड़ने बाला एकमात्र लारजी-सैंज मार्ग है जिसमें सैंज उपतहसील की करीब पंद्रह पंचायतों का आवागमन होता है। जबकि दशकों से पागलनाला जैसी समस्या से जूझ रही सैंजघाटी की जनता को अभी तक राहत नहीं मिली है।
ऊधर रविवार को घाटी के तमाम संपर्क मार्ग बंद होने से यातायात बाधित रहा। रोपा-सुचैहण-शांघड़, सिउंड-न्यूली व सैंज-देहुरी सड़कों में बारिश ने तबाही मचाई जिस कारण दिन भर सैंकड़ों लोगों को काफी परेशानी हुई। इसके अलावा रैला, सैंज, न्यूली धाऊगी, फागला, कनौण से कुल्लू आने वाली निगम की बसों समेत सैंकड़ों वाहन फंसे रहे।
बागवान किशन चंद, प्रवीण कुमार, लाल सिंह, भगत राम, जोगराज, भागसिंह, प्रमोद कुमार, तुलसी राम, मनोहर लाल आदि का कहना है कि पागल नाला व इसके आसपास के नालों से किसानों-बागवानों को काफ़ी नुकसान उठाना पड़ रहा है ।
लारजी-सैंज सड़क में रविवार सुबह से ही विभाग ने दो मशीन लगाई थी और करीब 12 बजे यातायात बहाल कर दिया : चमन सिंह ठाकुर, अधिशासी अभियंता, लोकनिर्माण विभाग बंजार।