Himachal VOICE ब्यूरो, मंडी। नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर तथा महासचिव भरत शर्मा ने कहा कि 9 अगस्त को अंग्रेजों भारत छोड़ो की वर्षगांठ पर नई पेंशन स्कीम कर्मचारी संघ द्वारा “एनपीएस भारत छोड़ो” का अभियान शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं होती।
उन्होंने कहा कि 9 अगस्त 1942 को पूरे देश में अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था। इस आंदोलन का ही असर था कि 1947 मे अंग्रेजों को भारत छोड़कर जाना पड़ा था। इसी तर्ज पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी के आवाहन पर पूरे भारतवर्ष में 9 अगस्त 2020 को “एनपीएस निजीकरण भारत छोड़ो” अभियान शुरू किया गया ! यह अभियान पूरे भारतवर्ष में छेड़ा गया। समस्त भारत के कर्मचारियों ने इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लिया।
प्रदीप ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भी यह अभियान शुरू किया गया है। पहले चरण में यह अभियान सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू किया गया है क्योंकि वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए रेलिया धरना प्रदर्शन करना फिलहाल मुश्किल है। इसलिए पहले चरण में सोशल मीडिया के माध्यम से ही यह अभियान चलाया गया, जिसके तहत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री तथा अन्य नेताओं को मेल इत्यादि की गई, ट्विटर पर ट्वीट किया गया जिसमें 500000 से भी अधिक स्वीट कर्मचारियों द्वारा किए गए और यह भारत का नंबर वन ट्विटर का ट्रेंड भी बना।
उन्होंने कहा कि पहले चरण में सोशल मीडिया के हर एक माध्यम से पुरानी पेंशन बहाली की बात को सरकार के समक्ष रखा जाएगा यदि सरकार समय रहते कर्मचारियों की पेंशन बहाल नहीं करती तो भविष्य में संगठन द्वारा सरकार में बैठे नेताओं को घेरने के कुछ और तरीके अपनाए जाएंगे। यदि फिर भी सरकार कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल नहीं करती तो कर्मचारी इस बार आर-पार की लड़ाई भी लड़ने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि कर्मचारी अपना पूरा जीवन सरकारी नौकरी में देता है और बुढ़ापे में उसे पेंशन से थोड़ी बहुत आस होती है जो सरकार ने उससे छीन ली है। यह आंदोलन पूरे भारतवर्ष में आज शुरू हुआ है और यह तब तक चलता रहेगा जब तक पेंशन बहाल नहीं होती।