Himachal VOICE ब्यूरो, जोगिन्दरनगर। सरकार के वरिष्ठ मंत्री, सांसद व विधायक ही नहीं कर रहे सोशल डिस्टेंसिग का पालन। नया-नया राजस्व विभाग संभाले मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के स्वागत में जोगिन्दरनगर में उमड़ी जनसभा के साथ बाज़ार में रैली भी निकाली गई। इस दौरान प्रसव सम्बंधित जटिलताओं की वजह से टाण्डा मेडिकल कॉलेज के लिए रैफर आईआरडीपी परिवार से सम्बंधित महिला के बजाएं मंत्री को एंबुलेंस सुविधा दी गयी।
इस पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव व जिला परिषद सदस्य अधिवक्ता जीवन ठाकुर ने आरोप लगाए व सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि गरीब महिला अनीता देवी गांव खुदर को 10:30 बजे सुबह डॉक्टर ने टांडा रेफर किया, 2:00 बजे तक इंतजार के बाद जब अनीता देवी चीखने चिल्लाने को मजबूर हुई तब उसकी मां प्रोमिला को मजबूरी में टैक्सी करनी पड़ी।
प्रोमिला ने जब 108 नम्बर पर फोन किया तो डॉक्टर ने एंबुलेंस भेजने से इंकार कर दिया कहा की एक एंबुलेंस मंत्री के साथ और एक अस्पताल इमरजेंसी में रखना जरूरी है। अब प्रश्न यह उठता है कि क्या एंबुलेंस अस्पताल से रेफर प्रसूता हो रही महिला के लिए जरूरी थी या मंत्री, सांसद व विधायक के अवैध कार्यक्रम के लिए जरूरी थी।
उन्होंने कहा कि एक मंत्री अपने परिवार के इलाज लिए एयर एंबुलेंस कर सकते हैं पर एक बेरोजगार गरीब महिला के लिए एंबुलेंस भी नसीब नहीं होना बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात है।
महिला का पति बेरोजगार है तथा पिता पैरालिसिस से पीड़ित हैं। दूसरी तरफ कोविड-19 के चलते जोगिंदरनगर में सांसद राम स्वरूप शर्मा, प्रदेश सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह व विधायक प्रकाश राणा जोगिंदरनगर में एक जनसभा कर रहे हैं तथा सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाने में लगे हैं, जबकि चुने हुए प्रतिनिधि आम जनमानस के लिए एक उदाहरण पेश करते हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह नियम आम जनता के लिए ही है प्रशासन डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट को भी भूल गया। उन्होंने कहा कि इससे पहले भाजपा प्रवक्ता ने मंडी व शिमला में करोना को कम्युनिटी में फैलाया।