सराज : आज दिनांक 20 मई 2020 को भारत की जनवादी नौजवान सभा सराज कमेटी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की कि कोरोना के चलते संकट की इस घड़ी में मनरेगा मजदूरों को 120 दिन के बजाय 200 दिनों का काम दिया जाए।
नौजवान सभा के अध्यक्ष रोहित ठाकुर का कहना है कि कोरोना महामारी की चपेट में पूरी दुनिया है हमारा देश, प्रदेश भी इस भयंकर महामारी से अछूता नहीं है। कोरोना के चलते हर क्षेत्र में संकट बढ़ा है। संकट की इस घड़ी में हम सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। इस संकट की घड़ी में ग्रामीण इलाकों में भी काम धंधे चौपट हुए हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की आजीविका का साधन मनरेगा ही है, मनरेगा पर ही ग्रामीण क्षेत्र के लोग निर्भर रहते हैं और अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। इन क्षेत्रों में कुदरत के कहर ने भी किसानों की नकदी फसलों से लेकर के बागवानी तक को पूरी तरह से तहस नहस कर दिया है। ऐसे हालात में मनरेगा ही ग्रामीणों का सहारा है।
उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मनरेगा मजदूरों के रोजगार के दिनों की संख्या 120 से बढ़ाकर 200 दिन किए जाने की माँग की। उन्होंने कहा कि श्रमिक कल्याण बोर्ड में पंजीकृत कामगारों को अतिशीघ्र लाभ दिया जाए जिससे कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को लाभ मिले और उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
वहीं सुरजीत कुमार, अशोक कुमार, कमल देव, महेंद्र, प्रकाश चंद, गुलाब सिंह, कमल देव, केहर सिंह, वेद प्रकाश, अनिल कुमार, शेर सिंह, बाले नंद, मंगत राम, सुनील कुमार, हरि सिंह, मान सिंह, टेक सिंह, नरेश, सतीश, विनोद कुमार, संतोष, नेत्र सिंह, जिया लाल, श्याम लाल, लाल चंद, कृष्ण चंद, विजय कुमार, संजू, ज्योति प्रकाश, सतपाल, देवेंद्र, काहन सिंह, उतम कुमार, पूर्ण चंद आदि अनेकों ग्रामीणों का कहना है कि इस संकट की घड़ी में किसी दूसरे क्षेत्र में काम के लिए जाना उचित नहीं है। अगर मनरेगा में इस वर्ष 120 के बजाय 200 दिन काम मिलता है तो अनेकों ग्रामीणों को घर द्वार रोजगार के अवसर मिलेंगे।