मंडी। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंडी में अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव 2021 हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि कार्यक्रम और मेलों के दौरान सरकार द्वारा कोविड-19 के तहत जारी की गई सभी गाइडलाइंस का पालन भी सुनिश्चित किया जाएगा। लेकिन जिले की सुकेत रियासत के देवी-देवता इस वर्ष भी शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत नहीं करेंगे। गौरतलब है कि सुकेत रियासत के देवी-देवताओं ने पिछले वर्ष भी शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत नहीं की थी। हालांकि, देवता समिति के पास आवेदन तो आए हैं, लेकिन संस्कृति सदन का निर्माण न होने से देवी-देवताओं को ठहराने की समस्या सामने आ रही है। शिवरात्रि की शोभा बढ़ाने के लिए देवी-देवताओं को अब अगले साल का इंतजार करना पड़ेगा।
बता दें कि मंडी शिवरात्रि महोत्सव 11 मार्च से शुरु होगा, जो सात दिनों तक चलेगा। जिले में सर्व देवता समिति के पास 216 देवी-देवता पंजीकृत है। शिवरात्रि महोत्सव में 190 से 195 पंजीकृत देवता आते है। जबकि कुछ देवी-देवता बिना निमंत्रण के आते हैं। जो कि शिवरात्रि महोत्सव की शोभा को बढ़ाते हैं। प्रशासन ने इस वर्ष भी 216 पंजीकृत देवी-देवताओं को ही शिवरात्रि में शिरकत करने के लिए निमंत्रण भेजा है। लेकिन पिछले कई वर्षों से करीब 190 देवी-देवता ही पहुंच रहे हैं और हर वर्ष शिवरात्रि में आने वाले देवी-देवताओं का आंकड़ा 200 से कम ही रहता है। वहीं देवताओं के साथ आने वाले देवलुओं के खाने-पीने और ठहराव की व्यवस्था का जिम्मा भी प्रशासन का नहीं होगा। इसके साथ ही बिना निमंत्रण भाग लेने वाले देवी-देवताओं को किसी प्रकार का नजराना या अन्य उपहार प्रशासन की ओर से नहीं दिया जाएगा।
वहीं जिला में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं, जिस वजह से यह शिवरात्रि महोत्सव प्रशासन और मेला आयोजन समिति के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा देवी-देवताओं के दर्शन के लिए उमड़ने वाली भीड़ को व्यवस्थित करना और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना चुनौतीपूर्ण रहेगा।
वहीं इस बारे में सर्व देवता समिति के प्रधान शिव पाल शर्मा का कहना है कि सुकेत रियासत के देवी-देवताओं के प्रतिनिधियों की ओर से देवी-देवताओं को शिवरात्रि में शामिल करने के लिए आवेदन आ रहे हैं। देव संस्कृति सदन का निर्माण कार्य पूरा होने तक इंतजार करने के लिए कहा गया है।