किन्नौर: देश के प्रथम मतदाता श्याम शरण नेगी का मतदान को लेकर जज्बा देखिए। हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव के दौरान 13729 मतदाता ऐसे हैं, जिन्होंने पोस्टल बैलेट की सुविधा के लिए आवेदन किया, लेकिन 104 वर्षीय देश के प्रथम मतदाता श्याम सरण नेगी ने कहा कि 30 अक्तूबर को वह मतदान केंद्र में जाकर वोट डालेंगे।
प्रशासन इस बार भी मतदान के दिन बूथ पर रेड कारपेट बिछाकर उनका स्वागत करेगा। बता दें कि चुनाव आयोग ने इस उपचुनाव में पहली बार 80 साल से ज्यादा उम्र और दिव्यांग मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा शुरू की है।
नेगी ने कहा कि आजादी के बाद से आज तक कोई ऐसा चुनाव नहीं है, जिसमें वोट न डाला हो। नेगी का घर कल्पा के वार्ड नंबर एक में आता है। चुनाव आयोग के ब्रांड एंबेसडर रहे नेगी ने कहा कि वह पहले रोजाना चुनाव के बारे में रेडियो से सुनते थे।
उनके पुत्र सीपी नेगी ने बताया कि पिता की अब सुनने और देखने की क्षमता कम हो गई है। इस कारण ज्यादा बोल नहीं पा रहे हैं। श्याम सरण नेगी का जन्म जुलाई 1917 को किन्नौर के कल्पा में हुआ। 10 साल की उम्र में स्कूल गए नेगी की पांचवीं तक की पढ़ाई कल्पा में हुई। इसके बाद पढ़ाई के लिए रामपुर गए।
रामपुर जाने के लिए पैदल तीन दिन लगते थे। नौवीं कक्षा तक की पढ़ाई रामपुर में ही की। उम्र ज्यादा होने से 10वीं कक्षा में प्रवेश नहीं मिला। मास्टर श्याम सरण नेगी ने शुरू में 1940 से 1946 तक वन विभाग में वन गार्ड की नौकरी की। उसके बाद शिक्षा विभाग में चले गए और कल्पा लोअर मिडल स्कूल में अध्यापक बने।
उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि श्याम शरण नेगी ने स्वयं मतदान केंद्र पर आकर वोट डालनेे के लिए हामी भरी है। हर साल की तरह इस साल भी उन्हें रेड कारपेट बिछाकर जीप में बिठाकर मतदान केंद्र तक लाएंगे और भव्य स्वागत किया जाएगा।