शिमला: राजधानी शिमला में रविवार को करवाचौथ का पर्व मनाया गया। शाम के समय पूजा के बाद सुहागिनें चांद निकलने का बेसब्री से इंतजार करती रहीं। रात करीब साढ़े आठ बजे सुहागिनों को चांद का दीदार हुआ। शहर में मौसम खराब होने के कारण रिज मैदान पर लोगों की भीड़ नहीं दिखी। स्थानीय लोगों के अलावा शिमला घूमने आए पर्यटक साढ़े सात बजे के बाद ही रिज मैदान पर इकट्ठा होते नजर आए। रविवार को दिन भर बारिश होती रही।
करवाचौथ पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट खूब वायरल हुई। पोस्ट में बताया गया था कि अगर मौसम में खराबी या किसी अन्य कारण से चांद नहीं दिखाई देगा तो सुहागिनें भगवान शिव के मस्तक पर मौजूद चंद्र के दर्शन करके उन्हें अर्घ्य दे सकती हैं।
इसके अलावा प्लेट पर चावल या सफेद चंदन से भी चंद्र की आकृति बनाकर उन्हें अर्घ्य दे सकती हैं। राधा कृष्ण गंज मंदिर के पुजारी उमेश नौटियाल ने बताया कि अगर खराब मौसम के कारण अगर चंद्रमा नहीं दिखता है तो भी सुहागिनें रात 8:01 मिनट पर विधिवत इस अनुष्ठान को पूरा करके व्रत खोल सकती हैं।
करवाचौथ पर जुन्गा, कोटी और जनेड़घाट बाजार में ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं ने निराहार रहकर पति की दीर्घायु की कामना की। महिलाएं दुकानों में करवा, सुहागी, मिठाइयां खरीदती नजर आईं।
प्रीतम सिंह ठाकुर, विश्वानंद ठाकुर ने बताया कि पहले अतीत में ग्रामीण क्षेत्रों में करवा चौथ का त्योहार नहीं मनाया जाता था। कुछ महिलाएं सादगी से व्रत रखती थीं।