मंडी: जोगिंदर नगर के बहुचर्चित ज्योति मौत मामले में एक बार फिर सीबीआई जांच की मांग उठी है। सोमवार को सैकड़ों लोग तिरंगा झंडा लेकर सड़कों पर उतरे और ज्योति मौत मामले में सीबीआई जांच की मांग की। एक साल पूरा होने पर भी ज्योति को इंसाफ न मिलने का रोष लोगों में साफ नजर आया। जिला परिषद कुशाल भारद्वाज के नेतृत्व में सैकड़ों लोग रामलीला मैदान में हुए धरने और बाजार में निकाली गई तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। ज्योति की माँ सावित्री देवी भी
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि एक साल बाद भी पुलिस व राज्य सीआईडी इस केस की सच्चाई सामने नहीं ला पाई है। पुलिस व प्रशासन ने हमें आश्वस्त किया था कि 15-20 दिन के अंदर ही फॉरेंसिक की जांच रिपोर्ट आ जाएगी और उससे पहले ही अन्य साक्ष्य जुटा कर सच्चाई सामने लाई जाएगी। इसके बाद ज्योति के माता पिता को बताया गया कि और ज्यादा साक्ष्य जुटाने के लिए सैंपल हैदराबाद की लैब को भेजा जाएगा इस लिए थोड़ा समय लग सकता है। इस पूरे घटनाक्रम को हुए एक साल हो चुका है ज्योति का शव मिले भी 11 महीने हो चुके हैं, लेकिन अभी तक केस से संबंधित सच्चाई सामने नहीं आई है। न्याय में हो रही देरी से आम जनता में भी भारी आक्रोश है। क्योंकि प्रदेश पुलिस व सीआईडी इस केस के दोषियों को पकड़ने में असफल रही है।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि प्रथमदृष्ट्या यह आत्महत्या का मामला लगता ही नहीं है। बड़ा सवाल यह है कि बरसात के महीने में व रात के अंधेरे में क्या एक युवा महिला घर से 3-4 किलोमीटर दूर चढ़ाई चढ़ कर घने जंगल में फंदा लगाने के लिए अकेली जा सकती है? फंदा लगाने के लिए घनघोर अंधेरे में कोई इतने दूर क्यों जाएगा। वह पिछले साल भी कह चुके हैं कि यदि पुलिस इस केस की सच्चाई सामने लाने में असमर्थ है तो केस की जांच का ज़िम्मा किसी और जांच एजेंसी को दिया जाए। ज्योति के माता-पिता भी सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। उन्होंने इस केस की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपने की मांग की।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि वे न्याय के लिए आखिरी साँस तक लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि 12 अगस्त की शाम को ज्योति को न्याय के लिए हर गांव में मोमबती व दीये की रोशनी में जलूस व सभा की जाएगी। 15 अगस्त को किसान सभा के हजारों कार्यकर्ता अपने-अपने घरों पर झंडे फहराते हुए ज्योति को भी श्रद्धांजलि देंगे। केस की सीबीआई जांच के लिए सरकार पर दवाब डाला जाएगा और यदि सरकार ने जांच का जिमा सीबीआई को नहीं सौंपा तो उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा।
गौरतलब है कि जोगिंद्रनगर के हराबाग की 23 वर्षीय विवाहिता ज्योति पिछले साल 8 अगस्त 2021 को अपने ससुराल गड़ूही से लापता हुई थी। उसके बाद एक महीने तक पुलिस ज्योति की तलाश करती रही। 7 सितंबर 2021 देर शाम को जंगल में ज्योति की लाश क्षत-विक्षत हालत में मिली थी। लोगों के आक्रोश के बाद मामले की जांच सीआईडी को सौंपी गई है लेकिन अभी तक कुछ भी पता नहीं चल पाया है।
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