जोगिंदर नगर: ‘हक मिलेगा काम करेंगे, नहीं तो पहिया जाम करेंगे’ यह कहना है हिमाचल प्रदेश की लाइफलाइन कहे जाने वाली एचआरटीसी के परिचालकों का। दरअसल, हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के परिचालक काफी लंबे समय से वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक सरकार द्वारा उनकी यह मांग नहीं मानी गई है।
सोमवार को एचआरटीसी जोगिंदर नगर इकाई के परिचालकों द्वारा जोगिंदर नगर बस अड्डे में गेट मीटिंग का आयोजन किया गया। इस दौरान परिचालकों ने काले बिल्ले लगाकर वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग की। साथ ही अपने हकों को लेकर नारेबाजी भी की।
इस मीटिंग में उन्होंने प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि जो वेतन विसंगतियां 2006 से हैं उन्हें तुरंत दूर किया जाए। यह परिचालकों के साथ धोखा है। परिचालकों का कहना है कि वर्तमान में मिल रहे वेतन से उन्हें अपने परिवार का गुजारा चलाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि वे प्रदेश सरकार को अपनी मांगों से अवगत करा चुके हैं। लेकिन सरकार द्वारा उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
परिचालक सुग्रीव कुमार ने कहा हिमाचल प्रदेश में सभी विभागों के कर्मचारियों को छठे पे स्केल के तहत वेतन दे दिया गया है। लेकिन एचआरटीसी के परिचालकों को इसका लाभ नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि परिचालक तृतीय कर्मचारी श्रेणी में आते हैं। लेकिन उन्हें पे स्केल चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का मिलता है। उन्होंने एचआरटीसी परिचालकों की वेतन विसंगति को दूर किये जाने की मांग की।