नई दिल्ली।। केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार भारत को विकासशील देश बनाने के बड़े-बड़े दावे करती आई है। लेकिन बीते कुछ सालों से भारत विकास की बजाए गरीबी, बेरोजगारी भुखमरी की तरफ अग्रसर हो रहा है।
भाजपा सरकार के शासनकाल में लोगों को रोजगार दिए जाने की जगह बेरोजगारी बढ़ाई जा रही है। जबकि साल 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने देश से गरीबी, बेरोजगारी और भुखमरी खत्म करने का वादा किया था। इसी बीच खबर सामने आई है कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2021 में भारत पहले के मुकाबले और भी ज्यादा पिछड़ गया है।
साल 2020 में जहां ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत का 94वां स्थान था। वहीं अब भारत 101वें स्थान पर आ पहुंचा है। जो कि देश के लिए भी चिंता का विषय बन गया है। हैरानी जनक बात यह है कि भारत खुद को एक विकासशील और अमीर देश का नाम दे रहा है। जबकि भारत के पड़ोसी मुल्क नेपाल, पाकिस्तान और बांग्लादेश ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2021 में भारत से बेहतर स्थान पर है।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स रिपोर्ट ने भारत में भुखमरी के बढ़ रहे इस तारीख को खतरनाक करार दिया है। इस मामले में एक बार फिर मोदी सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है। भारत को भुखमरी के कगार पर पहुंचाने के लिए कांग्रेस मोदी सरकार पर सवाल खड़े कर रही है।
इस कड़ी में कांग्रेस नेता रोहन गुप्ता ने मोदी सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया है उन्होंने लिखा है कि अगर 80 करोड़ लोगों तक मुफ्त अन्न पहुंचा होता तो भारत भुखमरी के मामले में 101वें स्थान पर नही पहुँचता।
अगर 80 करोड़ लोगों तक मुफ्त अन्न पहुंचा होता तो भारत भुखमरी के मामले में 101 वे स्थान पर नही पहुँचता !
— Rohan Gupta (@rohanrgupta) October 15, 2021
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी इस मुद्दे पर पीएम मोदी की चुटकी लेते हुए उन्हें बधाई दी थी।
Congratulations Modi ji for eradicating :
1) poverty
2) hunger
3) making India a global power
4) for our digital economy
5) …………… so much moreGlobal Hunger Index :
2020 : India ranked 94
2021 : India ranks 101Behind Bangladesh , Pakistan & Nepal
— Kapil Sibal (@KapilSibal) October 15, 2021
आपको बता दें कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2021 में भारत के निचले पायदान पर आने पर मोदी सरकार की तरफ से सफाई दी गई है। सरकार द्वारा दावा किया जा रहा है कि भुखमरी के आकलन के लिए जो प्रक्रिया अपनाई जा रही है वह अवैज्ञानिक है।