हॉलीवुड में चमक रही हिमाचल की बेटी- बतौर निर्देशक, निर्माता और लेखक कर रही काम

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मंडी: आज लड़कियां हर क्षेत्र में अपने हुनर का लोहा मनवा रही हैं। न अपना प्रदेश और देश, बल्कि विदेशों में भी लड़कियां अपने हुनर दिखा रही हैं। आज हम ऐसी ही एक हिमाचल की बेटी की बात करेंगे जो अमेरिका में अपने हुनर का लोहा मनवा रही है।

हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के सरकाघाट नगर परिषद के जमसाई वार्ड की रहने वाली श्रेया राणा हॉलीवुड में निर्देशन और प्रोडक्शन हाउस में काम कर रही है। अभी तक 30 से अधिक शार्ट फिल्मों का निर्देशन, निर्माता, लेखक के तौर पर काम कर चुकी है।

श्रेया बचपन से बहु प्रतिभा की धनी रही है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय से एमबीए की पढ़ाई की। है। श्रेया को बचपन से आर्ट के प्रति लगाव था। कभी पेंटिग तो कभी संगीत तो कभी नृत्य के प्रति श्रेया का लगाव रहा। वह लगातार कुछ हट कर सीखने की कोशिश करती थी। इसी लगन ने उसका ध्यान फिल्म मेकर की तरफ कर दिया।

जब एमबीए कर रही थी तो श्रेया ने तीन महीने तक प्रोडक्शन में इंटरशिप किया। फिर उसने फिल्म मेकिंग में अपना करियर बनाने का फैसला किया और लांस एजेंल्स में आगामी पढ़ाई के लिए चली गई। श्रेया ने एनवाईएफए लांस एजेंल्स से शार्ट किया और फिर दो साल का कोर्स डायरेक्टिंग में किया।

इसी कोर्स के दौरान श्रेया ने शार्ट फिल्में बनाना शुरू कर दिया। श्रेया के कार्य को लांस एजेंल्स में तो सराहना मिलना शुरू हुआ बल्कि कई देशों फिल्म फेस्टिवल में भी श्रेया के कार्यो का नामांकन होना शुरू हो गया। श्रेया वर्ष 2020 में ग्रेमी अवार्ड के लिए भी काम कर चुकी है।

श्रेया की पहली फिल्म ड्रिफटिंग डार्कली थी इसके बाद सरेना कालिंग, फस्र्टअप, फाल्स नोशन, प्रोक्रास्टिनेशन, सिक्वेयर वन, आयशा आदि प्रमुख फिल्में है। अभी तक 30 के करीब शार्ट फिल्म को निर्देशन, निर्माता और लेखन कर चुकी है। श्रेया सीबीएस स्टूडियो में बतौर प्रोडक्शन कोर्डिनेटर के तौर पर कार्यरत रही है।

ऑस्कर के लिए नामित निर्देशक और प्रोडयूसर ब्रेट मोर्गन के साथ पब्लिक रोड प्रोडक्शन में किया । अभी हाल में श्रेया की शार्ट फिल्म -आयशा- को 16 जगह चयनित हुई है। जबकि चार अवार्ड भी जीते है। इनमें आंउडियंस च्वाइस अवार्ड यूसीएलए एक्स फिल्म फेस्ट 2021 में दिया गया।

इसके अलावा मरीना डेल रे फिल्म फेस्टिवल, केपरी हाॅलीबुड फिल्म फेस्टिवल शामिल है। आयशा फिल्म के लिए बेस्ट डायेरेक्टर का अवार्ड भी श्रेया को मिल चुका है। हालीबुड इंडस्ट्री में श्रेया ने अपना काम शुरू कर दिया है। वह कई फिल्म और टीवी प्रोडक्शन के साथ काम कर रही है।

श्रेया का कहना है कि उसे बचपन से ही हट कर काम करने का शौक रहा है। जो सपने सोचे हो उन्हें पूरा करने के लिए मेहनत करनी चाहिए। एक दिन सफलता जरूर मिलती है। मेरा लक्ष्य है कि अपने देश प्रदेश का नाम दुनिया भर में रोशन करूं परिवार ने हमेशा साथ दिया श्रेया के मुताबिक आज जिस भी मुकाम पर है। उसके पीछे सिर्फ माता पिता का रोल है। उन्होंने हमेशा साथ दिया और प्रोत्साहित किया।

श्रेया के पिता डा राज कुमार सरकाघाट कालेज में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर है जबकि माता सरोज राणा अग्रेजी की प्रवक्ता है। भाई फ़्लाईग़ं लेफ़्टिनेंट शाश्वत राणा फ़ाईटर पायलट है। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में बासु चर्टर्जी और शेखर कपूर के कार्य से प्रभावित है जबकि हालीवुड में माईक फलानगन, क्वानटिन ट्रानटिनो, एमराल्ड फैनल और फोबे बॉलर ब्रिज के कार्य से प्रेरित है।

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