हिमाचल: बचपन में सड़क हादसे में पिता को खोया, अब सेना में बने सेकंड लेफ्टिनेंट

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सिरमौर: उपमंडल का 22 वर्षीय वतन अब शर्मा सेना में लेफ्टिनेंट बनकर देश की सेवा करेगा। वतन शर्मा की इस कामयाबी से पुरे क्षेत्र में ख़ुशी की लहर है।

उनकी यह कामयाबी इसलिए भी खास है क्योंकि उस समय वह 9वीं कक्षा में पढ़ते थे, जब उन्होंने एक सड़क हादसे में अपने पापा को खो दिया था। इसके बाद परिवार व बच्चों की पूरी जिम्मेदारी मां विजय शर्मा पर आ गई थी।

वार्ड नंबर- 3 बद्रीपुर निवासी वतन शर्मा ने भारतीय सेना 22 मराठा इन्फेंट्री में सेकंड लेफ्टिनेंट बनकर माँ के सपने पूरा कर उन्हें गौरवान्वित किया है। शनिवार को देहरादून आईएमए में पास आउट हुए वतन शर्मा समेत 319 युवा भारतीय सेना का हिस्सा बने।

बता दें कि वतन शर्मा ने गुरुकुल स्कूल हरियाणा से 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण की हैं। उसके बाद सेना में जाने की तैयारियों में जुट गये। कठिन परिश्रम से परीक्षा को उत्तीर्ण कर पुणे में प्रशिक्षण लिया। इसके उपरांत देहरादून आईएमए में एक वर्ष की ट्रेनिंग पूरी कर ली है।

वतन शर्मा की मां विजय शर्मा बहन निहारिका शर्मा ने कहा कि शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में अंतिम पग भरते ही 319 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। देश के राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने परेड की सलामी ली।

राष्ट्रपति ने कैडेटों को ओवरआल बेस्ट परफार्मेंस और अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। मां व बहन के लिये वतन शर्मा के पास आउट होकर भारतीय सेना में सेकंड लेफ्टिनेंट बनने का पल बेहद गैरवांवित कर देने वाला था। अब वतन शर्मा भारतीय सेना 22 मराठा इन्फेंट्री में बतौर सेकेंड लेफ्टिनेंट सेवा देंगे। गुजरात के गाजीपुर में जॉइन करेंगे।

माता विजय शर्मा ने बताया कि स्कूल टाइम से ही बेटा वतन शर्मा अच्छे शूटर रहे हैं। शूटिंग में भी  छोटी उम्र से ही कई मेडल व ट्राफियां जीती हैं। आज, वतन शर्मा आईएमए देहरादून में  319 युवा अफसर भारतीय सेना का हिस्सा बने हैं।

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