मंडी: जिस नये घर से जनवरी माह में बहन की डोली उठनी थी, वहां से शहीद विनय की अर्थी निकली। पिता का सहारा विनय अपनी तीन बहनों और एक भाई से बिछड़ गया। जोगिंद्रनगर की पीपली पंचायत के पोहल गांव के विनय का शव सोमवार देर शाम को घर पहुंचा।
मंगलवार को सैन्य सम्मान के साथ शव का अंतिम संस्कार किया गया। मौके पर 20 डोगरा रेजिमेंट के जवानों ने शहीद विनय को सलामी दी। शहीद विनय अमर रहे के नारों से पूरा गांव गूंज उठा। हर गांव वालों की आंखे नम थी, तो विनय की मां बेसुध थी। पूरा क्षेत्र विनय की अंतिम यात्रा में शामिल हुआ।
विनय का भाई अनिल कुमार जो 3 – डोगरा रेजिमेंट में अग्निवीर है और सिक्किम में देश सेवा कर रहा है वो अपने भाई की अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो पाया। विनय की सबसे छोटी बहन नेहा ने अपने भाई शहीद विनय कुमार को मुखाग्नि दी।