शिमला: हिमाचल प्रदेश में नए साल के जश्न (New Year Celebrations) के लिए बड़ी संख्या में लोग शिमला, मनाली, धर्मशाला, डलहौजी समेत तमाम शहरों में पहुंच रहे हैं। प्रदेश की पुलिस (Shimla Police) ने भीड़ से लेकर हुड़दंग को नियंत्रित करने के लिए खास तैयारी की है। हर शहर में अतरिक्त पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है।
साथ ही पुलिस सोशल मीडिया पर भी लोगों को जागरूक कर रही है। इसी कड़ी में पुलिस ने सोशल मीडिया (Social Media) पर एक रोचक पोस्टर जारी किया है और लिखा, उम्मीद है कि लोग उनके मेहमान नहीं बनेंगे। साथ ही कहा है, जो उनके मेहमान बनेंगे, उनके लिए खास मैन्य सर्व किया जाएगा। सबसे अहम बात है कि शिमला में हुड़दंग मचाने पर जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है और वैसे भी शिमला में तापमान जीरो डिग्री के करीब चल रहा है।
हिमाचल पुलिस के पोस्टर के अनुसार, इस साल नए साल के जश्न में पुलिस को मेहमानवाजी का मौका ना दें। शिमला पुलिस की ओर से यातायात नियम तोड़ने वालों, मास्क ना पहनने पर, ड्रंक एंड ड्राइव और खुले में धूम्रपान करने वालों की खास खातिरदारी की जाएगी। शिमला पुलिस नियमों की अवेहलना करने वालों का चालान काटेगी। साथ ही नियम तोड़ने वालों की जानकारी देने के लिए पुलिस ने व्हाट्स ऐप नंबर भी जारी किए हैं और लोगों से अपील की है कि वह पुलिस का सहयोग करें।
शिमला में उमड़ रहा पर्यटकों का हुजूम
शिमला में इस समय पर्यटकों का हुजूम उमड़ रहा है। बढ़ते ओमिक्रॉन के खतरे और कानून व्यवस्था को लेकर शिमला जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। इस वक्त पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पर्यटकों को नियमों की पालना करने की सलाह दी है।
जिला प्रशासन ने नए साल के जश्न के लिए शहर के करीब 50 किलोमीटर क्षेत्र को 7 सेक्टर में बांटा है, जिसके लिए 7 मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया गया है। शहर में नए साल पर 250 पुलिस कर्मी सुरक्षा का जिम्मा देख रहे हैं। पूरे शहर में ट्रैफिक और कानून व्यवस्था के लिए पुलिस जवानों को तैनात कर दिया है।
जिला प्रशासन ने उठाया ये कदम
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने बताया कि नए साल के जश्न के लिए भारी संख्या में पर्यटक शिमला पहुंच रहे हैं जिसके चलते ट्रैफिक की समस्या भी आ रही है। इसलिए जिला प्रशासन ने नए साल पर 5 प्रतिबंधित सड़कों को पार्किंग के लिए खोल दिया है। इसके अलावा कानून व्यवस्था के लिए 4 रिजर्व फोर्स शहर में तैनात कर दी गईं हैं, ताकि कानून व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सके। उन्होंने बताया कि ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए पर्यटकों से कोविड नियमों की पालना की अपील भी की गई है।
बढ़ती भीड़ कहीं ओमिक्रॉन को न्यौता तो नहीं
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में ओमिक्रॉन का एक मामला सामने आया है। इसके अलावा कोरोना के एक्टिव मामले 370 रह गए हैं। जबकि 70 लाख की आबादी वाले प्रदेश में कोरोना से 3856 मौत हो चुकी हैं। वहीं, दूसरी लहर में तो मौतों का आंकड़ा चार गुना तक बढ़ गया था। ऐसे में नए साल के जश्न के बीच ओमिक्रॉन की दस्तक कहीं तीसरी लहर की वजह न बन जाए।