कांगड़ा: जिले के नगरोटा सूरिया की डोल ग्राम पंचायत प्रधान के परिवार का नाम बीपीएल सूची (BPL List) में शामिल करने पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ( Rural Development and Panchayati Raj Department) ने गंभीरता से संज्ञान लिया है।
गरीब ग्रामीणों की शिकायत मिलने के बाद खंड विकास अधिकारी (Block Devlopment Officer) हरकत में आए और मामले की जांच की। जांच के बाद पंचायत प्रधान को अपने परिवार का नाम बीपीएल सूची (BPL List) से हटाने का आदेश दिया गया है। इसके साथ ही इसे न दोहराने की चेतावनी भी दी गई है।
बता दें कि डोल निवासी रीता शर्मा और सुशील शर्मा ने एसडीएम जवाली और डीसी कांगड़ा को शिकायत दी थी कि ग्राम पंचायत द्वारा उनके परिवार के सदस्यों के नाम हटा दिए गए हैं और पंचायत प्रधान राज कुमारी के परिवार को बीपीएल सूची (BPL List) में शामिल कर लिया गया है।
ग्रामीणों ने मांग की कि रीता के परिवार के सदस्यों का नाम बीपीएल सूची में शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने मानदंडों को पूरा किया। इसके साथ ही पंचायत प्रधान के खिलाफ नियमों को हवा में उड़ाकर उसके परिवार को बीपीएल सूची में शामिल करने के लिए कार्रवाई की मांग की।
नगरोटा सूरियां की बीडीओ सुषमा देवी ने कहा कि विभाग के नियमों के अनुसार, प्रधान या उप-प्रधान बीपीएल सूची के लिए पात्र नहीं थे।
उन्होंने कहा कि डोल पंचायत प्रधान को 27 नवंबर को अपने परिवार को बीपीएल सूची से वापस लेने के लिए कहा गया था और अब 10 दिसंबर को नाम हटाने के लिए एक कार्यालय आदेश जारी किया गया है।