पौंग डैम (Pong Dam) से लगातार ब्यास नदी (Beas River) में पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे ब्यास नदी के आसपास बसे कांगड़ा जिला के इंदौरा और फतेहपुर के कई क्षेत्रों में बाढ़ (Floods in Indora and Fatehpur) आ गई है। बाढ़ में कई लोग फंसे हुए हैं। जिनमें से कुछ को रेस्क्यू कर लिया गया है। इंदोरा और फतेहपुर में रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation in Indora and Fathepur युद्ध स्तर पर चल रहा है। यहां राहत व बचाव कार्य के लिए के लिए एयरफोर्स के कुल दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं। इसके अलावा भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस के जवान भी बचाव कार्य में लगे हैं।
766 को किया रेस्क्यू
डीसी कांगड़ा निपुण जिंदल ने बताया कि इस दौरान दोनों क्षेत्रों से अभी तक कुल 766 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। जिनमें 213 को चॉपर, 422 लोगों को बोट तथा 131 लोगों को अन्य माध्यमों से निकाला गया है। इंदौरा में 493 जबकि फतेहपुर में 273 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। इंदौरा में हेलीकॉप्टर की 3 उड़ानों के माध्यम से 71 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया व बोट के द्वारा 422 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
रेस्क्यू किए गए लोगों में मंड घंडरा से 25, अरनी विश्वविद्यालय से 30, बडाला से 16, बेला इंदोरा से 72, मंड भोगरवां से 45, मंड मियानी से 181, उलैड़ियां से 102, धमेटा से 9 तथा हलेर से 13 लोग सुरक्षित निकाले गए हैं। वहीं, फतेहपुर उपमंडल में अभी तक कुल 273 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। इनमें से 142 लोगों को एयरफोर्स के चॉपर की 6 उड़ानों के माध्यम से एयरलिफ्ट किया गया। वहीं 131 लोगों को अन्य माध्यमों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि हेलीपैड से एचआरटीसी की बस से लोगों को राहत शिविरों में भेजा जा रहा है। आर्मी, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, क्यूआरटी सहित पुलिस की टीमों की मदद से राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। डमटाल हेलीपैड पर स्थानीय एमएलए मलेंद्र राजन प्रशासन के साथ बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल तथा एसपी नूरपुर अशोक रतन मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन को संचालित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है।