शिमला: शिमला के समरहिल क्षेत्र में शिव बावड़ी मंदिर में हुए भूस्खलन के बाद शवों का मिलना जारी है। सर्च अभियान के पांचवें दिन शुक्रवार को मलबे से दो शवों को निकाला गया। इसमें एक किन्नौर के ब्रूआ गांव के शंकर नेगी और दूसरा उनके भांजे अविनाश (निवासी किन्नौर यूला) का शव मिला। अविनाश नेगी बालूगंज स्कूल में पीटीआई थे। अभी भी पांच लोग लापता बताए जा रहे हैं।
शुक्रवार सुबह 7:00 बजे रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। सुबह करीब 11:00 बजे पहला शव शंकर नेगी का मंदिर से करीब 50 मीटर नीचे नाले में मिला। वहीं अविनाश का शव शाम छह बजे के करीब मंदिर से 500 मीटर दूर नाले में मिला। शंकर नेगी 14 अगस्त को अपने भांजे अविनाश के साथ मंदिर में दर्शन करने आए थे।
अब तक 16 शव बरामद
पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव गांधी ने कहा कि एएसपी सिटी नवदीप सिंह की अगुवाई में समरहिल के शिव बावड़ी क्षेत्र में सर्च अभियान चल रहा है। शहर में बारिश से हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 23 पहुंच गई है। शिवबावड़ी में लापता लोगों की संख्या 21 है जिनमें से 16 के शव बरामद कर लिए हैं। आपदा प्रबंधन के मुताबिक जिले में 24 जून से अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है। मलबे में दबे शवों को निकालने के लिए कार्ययोजना के अनुसार काम चला है।
समरहिल में सर्च अभियान के लिए बढ़ाई फोर्स : डीसी
समरहिल में शिव बावड़ी मंदिर में हुए भूस्खलन के बाद मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए जिला प्रशासन ने सर्च अभियान तेज कर दिया है। उन्होंने बताया कि सर्च अभियान में करीब 228 जवान डटे हैं। उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया कि सर्च अभियान में सेना के जेएंडके राइफल के 40 जवान, एनडीआरएफ के 38, इंजीनियर-54, एसडीआरएफ के 71, एचएचजी के 18, आईटीबीपी के 27 और सिविल डिफेंस के 7 जवानों के अलावा पुलिस, फोरेस्ट और प्रशासन के अधिकारी राहत कार्य में लगे हैं।