शिमला: हिमाचल प्रदेश में पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों के लिए भी स्कूल खुल गए हैं। सोमवार को पहले दिन स्कूल पहुंचे नौनिहालों का शिक्षकों ने कहीं तिलक लगाकर स्वागत किया तो कहीं टॉफियां भी बांटी गईं। बच्चों ने भी तोतली जुबान में शिक्षकों को ‘गुड मार्निंग’ कहा। पहली के बच्चों ने पहली बार तो दूसरी कक्षा के विद्यार्थियों ने करीब पौने दो वर्ष बाद स्कूल परिसर में प्रवेश किया।
कोरोना का खौफ मिटाने पहले ही दिन पहली और दूसरी कक्षा के 65 फीसदी बच्चे स्कूलों में पहुंचे। कोरोना प्रोटोकाल का सख्ती से सभी स्कूलों में पालन करवाया गया। अपने बच्चों को स्कूलों में छोड़ने आए अभिभावकों की भी सराहना की गई। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब सभी कक्षाओं की ऑफलाइन पढ़ाई शुरू हो गई है। उधर, निजी स्कूलों में प्राइमरी कक्षाओं में अपेक्षाकृत बच्चे कम आए।
सोमवार को पहली से पांचवीं कक्षा में 68.90 फीसदी, छठी से आठवीं कक्षा में 70.95 फीसदी और नौवीं से बारहवीं कक्षा में 66.0 फीसदी विद्यार्थियों ने हाजिरी दर्ज करवाई। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद विद्यार्थियों को परिसर में प्रवेश दिया गया। फेस मास्क पहनना अनिवार्य रहा।
प्रार्थना सभा और खेलकूद व एकत्र होने वाली अन्य गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक रही। बच्चों को बार-बार हाथ सैनिटाइज और साबुन से धोने का पाठ पढ़ाया गया।
शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए बच्चों को कक्षाओं में उचित दूरी पर बैठाया गया। कई स्कूलों में खुले में धूप के बीच भी बच्चे पढ़ाए गए।
उधर, जो विद्यार्थी सोमवार को स्कूलों में नहीं आए, उनके लिए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत व्हाट्सएप के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षण सामग्री भेजी गई।