कांगड़ा: एक व्यक्ति को शूगर की बीमारी का घरेलू उपचार करना महंगा पड़ गया। उक्त व्यक्ति को घरेलू उपचार का खामियाजा अपनी जान गंवाकर चुकाना पड़ा। मामला हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला का है।
जानकारी के अनुसार, पुलिस थाना क्षेत्र हरिपुर के तहत लालपुर गांव का 46 वर्षीय व्यक्ति पिछले कुछ समय से आंखों की नजर कमजोर होने के कारण टांडा अस्पताल से दवाई लेने गया था। जहां डॉक्टरों ने उसे बताया कि वह शूगर की बीमारी से पीड़ित है।
शूगर की बीमारी का पता चलने के बाद व्यक्ति ने इसके इलाज के लिए देसी उपचार का सहारा लिया। उसने किसी पत्ते का काढ़ा बनाकर पी लिया। यह काढ़ा पीने की वजह से व्यक्ति की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद व्यक्ति को इलाज के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। 7 नवम्बर से उक्त व्यक्ति टांडा मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन था, जहां शनिवार को उसकी मौत हो गई है।
हरिपुर थाना प्रभारी सुशील कुमार ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पुलिस इस मामले में सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई कर रही है।