हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भूस्खलन की चपेट में आने से नौ लोगों की मौत हो गई जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हैं। मिली जानकारी के मुताबिक किन्नौर जिले में बटसेरी के गुंसा के पास चट्टानें गिरने से छितकुल से सांगला की ओर आ रही पर्यटकों की गाड़ी भूस्खलन की चपेट में आ गई। गाड़ी पर पत्थर गिरने से नौ की मौत हो गई जबकि तीन घायल हैं। बताया जा रहा है कि गाड़ी में सवार पर्यटक दिल्ली और चंडीगढ़ से हिमाचल घूमने आए थे।
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने बताया कि पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं जिस कारण रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा कि घायलों को अस्पताल लिफ्ट करने के लिए सरकार से हेलीकॉप्टर मांगा गया है जिसके जल्द पहुंचने का आश्वासन मिला है। किन्नौर के डीसी आबिद हुसैन सादिक, एसपी एसआर राणा भी मौके पर मौजूद हैं।
घटनास्थल पर चीख पुकार मची हुई है। बटसेरी के लोग पुलिस के साथ रेस्क्यू में जुटे हुए हैं। भूस्खलन होने से गांव के लिए बास्पा नदी पर बना करोड़ों का पुल टूट गया है जिससे गांव का संपर्क देश दुनिया से कट गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पहाड़ से भूस्खलन सहित चट्टानें गिरने से कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग 505 काजा-समदो के तहत आने वाले काजा के लारा नाले में शनिवार आधी रात को बादल फट गया। भारी बारिश के बाद नाले में बादल फटने से बाढ़ आ गई। हालांकि बादल फटने से किसी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन सड़क मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे यहां पर सड़क के दोनों ओर 50 से अधिक वाहन भी फंस गए हैं।
सड़क बहाल होने के बाद ही यह सभी वाहन लारा नाले से निकल पाएंगे। बादल फटने की सूचना मिलते ही बीआरओ की टीम ने सड़क बहाली का काम शुरू कर दिया है। मशीनरी लगाकर सड़क को बहाल करने की कोशिश चल रही है।
बहरहाल जनजातीय क्षेत्रों में बारिश को देखते हुए प्रशासन ने पर्यटकों व स्थानीय लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है। लोगों को नदी-नालों से दूर रहने को कहा गया है। उपायुक्त नीरज कुमार ने कहा कि बादल फटने से क्षतिग्रस्त हुई सड़क को बहाल किया जा रहा है।