ब्यूरो, मंडी। एक तरफ कोरोना महामारी अपना विकराल रूप धारण किए हुए हैं, जिसके फलस्वरूप हिमाचल प्रदेश सरकार ने पिछले कई दिनों से हिमाचल प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू और धारा 144 लागू कर रखी है। वहीं दूसरी ओर डिपो में राशन अभी भी बायोमेट्रिक प्रणाली के ज़रिए मिल रहा है। हालांकि विपक्षी पार्टियां और आम जनता भी बॉयोमेट्रिक प्रणाली को कुछ समय के बन्द करने की मांग कर चुकी हैं।
कोरोना महामारी ने गांव-गांव में अपने पैर पसाररखे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग सर्दी-जुकाम-बुखार को लेकर घरों में बीमार पड़े हैं। शहरी क्षेत्र के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में कम पढ़ी-लिखी आबादी होने के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड के नियमों का पालन करना बहुत मुश्किल होता है। ताज़ा मामला जिला मंडी सदर तहसील ग्राम पंचायत धार कोट मोरस का है।
राशन कार्ड धारक लेखराज ने कहा कि जब 20 मई 2021 को वह राशन लेने स्थानीय राशन डिपो कोट मोरस पहुंचे तो डिपो होल्डर ने उन्हें बायोमेट्रिक मशीन पर हाजिरी देने के लिए कहा। जिस पर लेखराज ने कड़ी आपत्ति जताते हुए डिपो धारक व सरकार से आग्रह किया है कि जब तक वैश्विक महामारी करोना का कहर बरपा हुआ है तब तक सब की सुरक्षा को देखते हुए बिना बायोमेट्रिक के सब लोगों को राशन दिया जाए।