अधिवक्ता जीवन ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी से हमने अपनों को व्यवस्था व जागरूकता की कमी की वजह से खोया है। बहुत सारी मौतें टेस्टिंग के ना होने, घर पर ऑक्सीजन चेक करने की व्यवस्था का ना होने आदि से हुई है। मैंने पाया कि गांव में सुविधा व ज्ञान की कमी के कारण ऑक्सीजन लेवल इतना गिर जाता है कि लोग हॉस्पिटल पहुंचते ही, रास्ते में या घर में ही दम तोड़ के हम और आप लोगों से हमेशा के लिए विदा हो गए।
यह सब देखते हुए व मानवता का धर्म निभाते हुए जीवन ठाकुर अपनी संस्था एक पहल माउंटेन सेवा समिति के माध्यम से हर पंचायत में ऑक्सीमीटर उपलब्ध करा रहे है। यह ऑक्सीमीटर पंचायत में प्रधान, उपप्रधान, महिला मंडल या किसी अन्य ज़िम्मेदार व्यक्ति के पास रहेगा। जिसका टेलीफोन नंबर सभी पंचायत वासियों को ज्ञात हो ताकि जरूरतमंद लोगों के घर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर बिना किसी भेदभाव के यह सुविधा कोरोना पीड़ित परिवार तक पहुंच सके।
ज्ञात रहे इन ऑक्सीमीटरो के अलावा जीवन ठाकुर पहले से भी इस कोरोनाकाल में 20 ऑक्सीमीटर, कुछ ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर जोगिंदरनगर व लडभड़ोल में लोगों को समर्पित कर चुके हैं।