सलोनी (अमित पठानिया): पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह की अस्थि कलश यात्रा के दौरान बड़सर विधानसभा में एक भावुक करने वाला क्षण सामने आया। राजा वीरभद्र सिंह की अस्थि कलश यात्रा जैसे ही बड़सर से रवाना हुई। वैसे ही एक बुजुर्ग अपने घर से सड़क तक पहुंचे राजा वीरभद्र को श्रद्धा सुमन अर्पित श्रद्धांजलि देने उसी समय बुजुर्ग राजा वीरभद्र को श्रद्धा सुमन अर्पित श्रद्धांजलि देते टाइम बुजुर्ग की आंखों से आंसू छलके तभी बड़सर के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल खुद को भी नहीं रोक पाए खुद भी भावुक हो गए इस भावुक कर देने वाला क्षण साफ जाहिर है की आम लोगों में राजा वीरभद्र सिंह के प्रति कितना सम्मान बे कितनी गहरी आस्था है वीरभद्र सिंह कांग्रेस की पुरानी पीढ़ी का हिस्सा थे, जिन्होंने ना केवल हिमाचल में बल्कि पूरे देश में अपनी राजनीति का डंका बजाया। वीरभद्र सिंह ने 27 साल की उम्र में राजनीति में एंट्री की थी। 1962 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा था, उस वक्त वह सिर्फ 27 साल के थे। वीरभद्र सिंह अपना पहला लोकसभा चुनाव (1962 ) जीत गए थे। इसके बाद वह चार बार 1967, 1971, 1980 और 2009 में लोकसभा सांसद रहे।