हिमाचल प्रदेश में सितंबर में तीन उपचुनाव संभावित है। इनमें मंडी संसदीय सीट और फतेहपुर व जुब्बल कोटखाई विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में शामिल है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सत्तारूढ़ भाजपा किसी भी सूरत में उपचुनाव हारना नहीं चाहेंगी। ऐसे में दिल्ली दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के निवास पर रात करीब 10:30 बजे पहुंचकर राज्य के मौजूदा हालात व उपचुनाव के संबंध में चर्चा की।
माना जा रहा है कि मंडी संसदीय सीट से भाजपा की ओर से मंत्री पर दांव लगाया जा सकता है। जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर या शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर को उपचुनाव के लिए उतारा जा सकता है। पहले ऐसा विचार हो रहा था कि मंडी व फतेहपुर सीट के लिए सर्वेक्षण के आधार पर प्रत्याशियों का चयन किया जाए। अब तीसरा उपचुनाव साथ जुड़ने से चर्चा है कि नरेंद्र बरागटा के पुत्र चेतन बरागटा को भाजपा चुनाव मैदान में उतार सकती हैं।
प्रदेश के चार नगर निगम चुनाव के बाद भाजपा उपचुनाव को किसी भी तरह से हल्के में नहीं लेना चाहेगी। हाल ही में हुए पालमपुर व सोलन नगर निगम चुनाव में भाजपा को पराजय का मुंह देखना पड़ा था, जबकि धर्मशाला नगर निगम में भी भाजपा मुश्किल से ही कांग्रेस को हरा पाई।
प्रदेश में उपचुनाव का इतिहास भी सरकार के साथ नहीं रहा है। सत्तारूढ़ दल भी उपचुनाव हारते रहे हैं। लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार 2019 में पच्छाद व धर्मशाला में हुए दोनों चुनाव जीती थी और अब तीन चुनाव सामने है।