हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर तीन दिन के दिल्ली दौरे के बाद शिमला लौट आए हैं। दिल्ली दौरे के दौरान उन्होंने कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की है। शिमला लौटने के बाद उन्होंने बदलाव की चर्चाओं को लेकर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ सेक्शन में खबरें चल रही हैं और मैं यह साफ कह रहा हूं कि मैं यहां हूं और 2022 में भी यहीं रहूंगा।
सीएम मंगलवार दोपहर बाद ढाई बजे शिमला के अनाडेल हवाई अड्डे पर हेलीकॉप्टर से उतरे और इस दौरान मीडिया से बात की। सीएम जयराम ने कहा कि क्योंकि कोरोना के केस कम हुए हैं, ऐसे में सरकार ढील देगी। हालांकि, 14 तारीख तय कर्फ्यू जारी रहेगा।
वहीं, सीएम ने संकेत दिए हैं कि जल्द ही प्रदेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी शुरू होगा। सीएम ने कहा कि जीएसटी कंपनसैशन का 280 करोड़ रुपये का मामला था, जोकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बात की है और उन्होंने कहा है कि एक दो दिन में यह पैसा रिलीज हो जाएगा।
इस दौरान कुछ मुद्दों को लेकर गृहमंत्री से भी बात हुई है। हिमाचल प्रदेश में किन्नौर जिले में तिब्बत सीमा पर चीन की बढ़ती गतिविधियों को लेकर भी सीएम ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की और उन्हें मामले की रिपोर्ट दी है।
वहीं, सीएम ने कहा कि शिमला में सेना के अस्पताल को भी प्रदेश सरकार को सौंपने की बात कही है, क्योंकि इससे आईजीएमसी अस्पताल पर बोझ कम होगा। सीएम ने बताया कि नागरिक उड्डयन मंत्री से हेलीपोर्ट सुविधाओं को बढ़ाने का आग्रह किया है। मंडी में एयरपोर्ट को लेकर सर्वे शुरू हुआ है।
सीएम ने कहा कि डिटेल में जेपी नड्डा से बात हुई है और संगठन और सरकार को लेकर विस्तार से चर्चा हुई है। वहीं. उपचुनाव को लेकर घोषणा होने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। नितिन गडकरी से हाईवे और अन्य प्रोजेक्ट्स को लेकर बात की गई है।
डलहौजी का नाम बदलने के सवाल पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि हमें इस तरह की जानकारी नहीं मिली है। हालांकि, सरकार की इस तरह की कोई मंशा नहीं है।
बता दें भाजपा सांसद सुब्रमणयम स्वामी ने हिमाचल के राज्यपाल को पत्र लिखकर डलहौजी के नाम बदलने की मांग की है। उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र के नाम पर इसका नाम रखने की मांग की है।