मैगी के इश्तेहार में दावा किया जाता है कि दो मिनट में यह बनकर तैयार हो जाती है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो टूरिस्ट रेस्टोरेंट ऑनर और कर्मचारियों से भिड़ गया। मामला हिमाचल प्रदेश के शिमला शहर का है।
शिमला के प्रसिद्ध माल रोड पर मैगी बनाने में हुई देरी को लेकर पर्यटकों और रेस्टोरेंट मालिक में बहस हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। काफी देर तक बहस स्कैंडल पॉइंट पर चलती रही. इसके बाद पुलिस पर्यटक और रेस्टोरेंट मालिक को रिपोर्टिंग रूम ले आई और दोनों पक्षों की बात सुनी। इसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया।
हुआ यूं कि दिल्ली से शिमला पहुंचे पर्यटकों ने मालरोड पर स्थित एक रेस्टोरेंट में मैगी का ऑर्डर दिया। पहले मैगी बनने में हुई देरी को लेकर रेस्टोरेंट कर्मचारी से पर्यटक की कहासुनी हुई। इसके बाद पर्यटकों ने मैगी सही ढंग से ना बनने पर हंगामा कर दिया। टूरिस्ट का कहना था कि उसने स्पाइसी मैगी मांगी थी जबकि दूसरी मैगी दी गई। इसी दौरान रेस्टोरेंट मालिक और पर्यटकों के बीच जोरदार बहस शुरू हो गई। काफी देर तक ये बहस स्कैंडल पॉइंट पर चलती रही।
इसके बाद पुलिस पर्यटक और रेस्टोरेंट मालिक को रिपोर्टिंग रूम ले आई और दोनों पक्षों की बात सुनी। मौके पर मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि जोर जोर से आवाजें सुनाई देने पर वह लोअर बाजार से आए। मौके पर पहुंचे तो देखा कि पर्यटकों ने मैगी वाले को घेर कर रखा था। पर्यटक ऊंचा बोल रहे थे और गालियां दे रहे थे।
रेस्टोरेंट मालिक का कहना है कि दूसरे पक्ष ने पहले मैगी को लेकर उनसे बहस की। हमारे कर्मचारियों से बदतमीजी करने साथ-साथ हमारी प्लेट भी तोड़ दी। उन्होंने कहा कि पुलिस कार्रवाई करेगी। साथ ही बोले कि टूरिस्ट ने गालीगलौज भी की और सारे रास्ते चिखता-चिल्लाता रहा। वहीं, रेस्टोरेंट के कर्मचारी ने कहा कि मैगी बनाने में देरी होने की वजह से शख्स ने बदसलूकी की है। दो मिनट में मैगी कहीं नहीं बनती है।
आरोपी टूरिस्ट ने बताया कि उन्होंने पूरा बिल भरा है। साथ ही सही तरीके से मैगी नहीं बनी थी। रेस्टोरेंट वालों ने उन्हें मां-बहन की गालियां दी हैं। इसी वजह से उन्होंने भी ऊंची आवाज में बात की।