शिमला: हिमाचल प्रदेश में 50 फीसदी सरकारी कर्मचारी ही कार्यालय आएंगे। सरकारी दफ्तर पांच दिन ही खुलेंगे। राज्य आपदा प्रबंधन ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। सोमवार से प्रदेश में पांच दिन का कार्य दिवस घोषित किया गया है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गए हैं। सोमवार से यह व्यवस्था रहेगी।
प्रदेश में समाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। इसके साथ ही किसी और तरह के कार्यक्रम जैसे खेल, संस्कृतिक, राजनीतिक इत्यादि 50 फीसदी कैप्सिटी के साथ हो सकते हैं। अगर ये कार्यक्रम इंडोर हो रहे हैं तो ज्यादातर संख्या 100 रहेगी। अगर ये कार्यक्रम आउटडोर में है तो भी 50 फीसदी ग्राउंड कैप्सिटी ही मान्य होगी, जबकि ज्यादातर 300 लोग हो सकते हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन अपने हिसाब से कोई पाबंदियां बढ़ा भी सकता है।
मंदिर और धार्मिक स्थलों पर लंगर या किसी तरह का भोज कार्यक्रम बंद रहेगा। प्रदेश में धाम भी बंद रहेगी। बाजार को खोलने या बंद करने को लेकर सारा जिम्मा जिला प्रशासन तय करेगा। अगर मामले बढ़ते हैं तो जिला प्रशासन अपने हिसाब से टाइमिंग सेट कर सकता है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सक्रिय मामले तीन हजार के करीब पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी 15 जनवरी तक अपने सभी तय कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। प्रदेश में अभी नाइट कर्फ्यू लागू है। कोरोना संक्रमण के मामले इसी तरह से बढ़ते रहे तो सख्ती और बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है।