कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के उपमंडल देहरागोपीपुर की दयाल पंचायत में रहने वाले अखबार विक्रेता के पुत्र साद्विक ने आर्थिक मंदी और संसाधनों का अभाव होने के बावजूद नीट परीक्षा में 454वां रैंक हासिल कर सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाया है। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद नीट परीक्षा पास करने के बाद अब साद्विक डॉ. राजेद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में एमबीबीएस की पढ़ाई करेंगे।
साद्विक के पिता रविकांत ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर नाज है। साद्विक ने बताया कि उन्होंने दूसरे प्रयास में नीट परीक्षा पास की है। नीट परीक्षा के पहले प्रयास में असफल रहे थे। इसके लिए कोई कोचिंग नहीं ली है। घर पर ही नीट परीक्षा की तैयारी की है।
पिता रविकांत ने कहा कि साद्विक नौवीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान अखबार बांटने का काम किया था। दसवीं कक्षा में भी पढ़ाई के साथ सुबह जल्दी उठकर अखबार बांटे। दसवीं पास करने के बाद बेटे से यह काम छोड़ पढ़ाई पर ध्यान देने की बात कही। उसके बाद बेटे ने डॉक्टर बनने का निश्चय किया।
साद्विक की माता शशि देवी गृहिणी हैं। वह शुरू से ही मेधावी छात्र रहे हैं। दसवीं में उन्होंने 93 और जमा दो की परीक्षा में 95 फीसदी अंक हासिल किए हैं। साद्विक का छोटा भाई इलेक्ट्रिशियन में आईटीआई कर रहा है।