बैंकों की ओर से आजकल ईमेल (E-Mail) के जरिए कम्युनिकेशन आम बात हो गई है। बैंक मैसेजेस या ईमेल के जरिए अपने ग्राहकों से जुड़े रहते हैं और उन्हें अपडेट्स की जानकारी देते रहते हैं। लेकिन बैंक के नाम पर आपको आया हर मेल असली ही हो, यह जरूरी नहीं है। कई फेक ईमेल (Fake E-Mail) भी बैंक की आईडी से मिलती जुलती आईडी से भेजे जाते हैं। ये आईडी इतने ज्यादा समान होते हैं कि कभी-कभी एक नजर में पता ही नहीं चलता कि आईडी फर्जी है। ग्राहकों को यही लगता है कि ईमेल बैंक से आया है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने इस बारे में अपने ग्राहकों को जागरुक किया है। बैंक ने एक ट्वीट में ग्राहकों को बताया कि जब भी उन्हें एसबीआई (State Bank of India) से संचालित होने का दावा करने वाला ईमेल प्राप्त हो तो वह ईमेल असली है या फर्जी, इसकी पहचान वे कैसे कर सकते हैं।
मेल असली है या फर्जी कैसे पहचानें
– ईमेल या ईमेल आईडी में गलत स्पेलिंग या ग्रामर की गलतियां दिख रही हों तो समझ जाएं कि मेल फर्जी है।
– ईमेल में दिए गए लिंक का यूआरएल भ्रामक लगना
– ईमेल की सब्जेक्ट लाइन का डर, लालच या अत्यावश्यकता की भावना उत्पन्न करने वाला होना।
– ईमेल में संदेहजनक फाइल या लिंक अटैच होना
– मेल में ग्राहक यानी आपके नाम की जगह सामान्य संबोधन होना
केवाईसी (KYC) अपडेट वाले मैसेज/ईमेल पर रहें ज्यादा सतर्क
अगर आपको किसी एसएमएस या ईमेल में कोई लिंक भेजकर केवाईसी अपडेट करने के लिए कहा जा रहा है तो सावधान हो जाएं। यह मैसेज/मेल फ्रॉड हो सकता है। एसबीआई का कहना है कि वह अपने ग्राहकों को कभी भी किसी लिंक पर क्लिक करके केवाईसी अपडेट करने जैसे एसएमएस नहीं करता है। अगर ऐसे मैसेज/मेल आएं तो उन पर प्रतिक्रिया न दें और तुरंत report.phishing@sbi.co.in पर सूचित करें।