कांगड़ा। अग्निपथ योजना के तहत सेना में अग्निवीरों की भर्ती के फैसले का हिमाचल प्रदेश में जोरदार विरोध हुआ। गुरुवार को पीएम मोदी के धर्मशाला में रोड शो से पहले युवाओं ने कांगड़ा के गगल, शाहुपर, कोटला, हमीरपुर, मंडी, जोगिंदर नगर समेत कई स्थानों पर सेना भर्ती नियमों में संशोधन से गुस्साए युवाओं ने सड़कों पर उतरकर अपना विरोध दर्ज किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो से करीब तीन घंटे पहले युवाओं ने कांगड़ा के गगल में पठानकोट-मंडी हाईवे जाम कर जमकर हंगामा किया। सैकड़ों युवाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब पांच घंटे तक हंगामा रहा। हाईवे पर प्रधानमंत्री और अन्य भाजपा नेताओं के पोस्टर और बैनर फाड़ दिए। होर्डिंग में तोड़फोड़ की। गुस्साए युवकों और पुलिस के बीच हाथापाई भी देखने को मिली। कई स्थानों पर कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया
दरअसल, केंद्र सरकार ने अग्निपथ स्कीम के तहत सेना में अग्निवीरों की भर्ती का फैसला लिया है। सेना ने भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किया है। पहले लिखित परीक्षा होगी, उसके बाद ग्राउंड टेस्ट होगा। छह महीने प्रशिक्षण के बाद जवानों की सेना में सेवाएं ली जाएंगी। सेना में यह जवान अग्निवीर कहलाए जाएंगे।
इनकी चार साल तक सेवाएं ली जाएंगी। इसके बाद और सेवाओं के लिए इन्हें एक और भर्ती प्रक्रिया से गुजरना होगा। साल में कुल 40 से 50 हजार भर्तियों में से 25 फीसदी अग्निवीरों का सेना में नियमित सेवाओं के लिए चयन किया जाएगा। अग्निपथ स्कीम में अग्निवीरों की भर्ती के लिए आयु सीमा साढ़े 17 से 21 साल निर्धारित की गई है। इसमें 10वीं और 12वीं कक्षा पास युवा और युवतियां भाग ले सकेंगे। आईटीआई और तकनीकी संस्थाओं से प्रशिक्षण प्राप्त युवक भी इसमें भाग ले सकेंगे। लेकिन युवा अब इसके विरोध में सड़कों पर आ गए हैं।