शिमला: हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच प्रदेश की जयराम सरकार जहां एक तरफ सूबे में दिवाली के बाद एक बार फिर से पाबंदियां लगाने की बात कह रही है। वहीं, प्रदेश में लगातार बढ़ रही एक्टिव मरीजों की संख्या प्रदेश के लोगों को लगातार डरा रही है।
इस सब के बीच सूबे में कोरोना के 1860 सक्रिय मरीज हैं। वहीं, अभी मौजूदा वक्त में प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट 97.45 प्रतिशत है। बीते कल ही सूबे के चार लोगों को इस गंभार महामारी की वजह से अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। इसी के साथ प्रदेश में कोरोना के कारण जान गंवाने वालों का आंकडा बढ़कर 3749 हो गया है।
प्रदेश में अब तक कोरोना के 224557 मामले आ चुके हैं। इनमें से 218931 ठीक हो चुके हैं। बीते 24 घंटों के दौरान 70 मरीज ठीक हुए हैं और कोरोना की जांच के लिए 5327 लोगों के सैंपल लिए गए। अब सूबे में कोरोना की मौजूदा स्थिति को देखकर ऐसा लगता है कि प्रदेश सरकार सूबे में कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए दिवाली के बाद कोई बड़ा निर्णय जरूर लेगी।
गौरतलब है की सूबे में उपचुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद सीएम जयराम ने कहा था कि दो दिनों के भीतर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार समीक्षा करेगी। कोरोना संक्रमण के मामलों में स्कूली बच्चों का संक्रमित होना चिंता का विषय है। वहीं, सीएम जयराम का यह बयान सामने आने के बाद ही कैबिनेट की डेट भी सामने आ गई थी।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना संक्रमण के चलते फिर हिमाचल प्रदेश में बंदिशें लगाने के संकेत दिए हैं। जयराम ठाकुर ने आठ नवंबर को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। आगे क्या करना है, इसी पर फैसला लिया जाना है। स्कूलों के संचालन को जारी रखने या न रखने पर भी कैबिनेट में फैसला लिया जाएगा।