करवाचौथ पर सरगी में खाएं ये व्यंजन, दिन भर रहेगी ताजगी

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करवाचौथ स्पेशल: सूर्योदय से पहले यानी ब्रह्म मुहूर्त में सुहागिनें सरगी खाती हैं। यह आमतौर पर उनकी सास या बड़ी ननद की ओर मिलता है। इसे खाने के बाद पूरे दिन चंद्र दर्शन तक उन्हें निर्जला रहना पड़ता है। इसलिए सरगी का पौष्टिक होना बेहद जरूरी है। इस भोजन में अलग-अलग फ्रूट्स शामिल होते हैं। देश के कुछ प्रांतों में सरगी की रस्म को सास और बहू दोनों एक दूसरे की ओर से निभाती हैं। मगर ध्यान रखना होता है कि सरगी का खाना सूर्योदय से पहले ही ग्रहण किया जाना चाहिए। दिन भर प्यास से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना लाभकारी होगा।

सरगी में खाएं ये पौष्टिक चीजें

कुछ जगहों पर सरगी में सात, नौ या ग्यारह तरह की चीजें ली जाती है। सरगी की खाने की सामग्री में बादाम, काजू, किशमिश, अंजीर, मेवे तथा फल, पराठे, मठरी, दूध और छेने से बनी मिठाइयां होती हैं। नारियल पानी के अलावा दही और फल जरूर खाना चाहिए।

क्यों जरूरी है सरगी खाना

करवाचौथ के दिन व्रत पूरे दिन भूखा-प्यास रहते हुए किया जाता है, इसलिए सुबह की सरगी बेहद खास होती है। आपने सुबह उठकर कुछ नहीं खाया तो बीमार पड़ सकती हैं, शरीर में नमक और पानी की कमी से कमजोरी आ सकती है इसलिए सुबह सूर्य उगने से सरगी में सात से ग्यारह चीजें जरूर खानी चाहिए।

चाय से बचें, सरगी के अंत में खाएं मिठाई

व्रत के दौरान शरीर डिटॉक्सिफिकेशन मोड में होता है, इसलिए इस दौरान प्रॉसेस्ड, चीनी वाले ड्रिंक्स नहीं पीने चाहिए। अगर व्रत के दौरान सॉलिड फूड नहीं ले रहे हैं तो चाय, काफी दिक्कत दे सकती है। करवाचौथ की सुबह सरगी में आप जो भी खाते हैं, उससे हो सकता है कि दिन में अपच की दिक्कत हो सकती है, इसलिए खाने के बाद मिठाई जरूर खाएं, क्योंकि मिठाई में कार्बोहाइड्रेट होता है। चीनी में अमिनो एसिड ट्रीप्टोफन होता है। ट्रीप्टोफन सेरोटोनिन न्‍यूरोट्रांसमीटर के लेवल को बढ़ाता है जिससे चक्कर नहीं आते।

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