‘कौन बनेगा करोड़पति’ के मंच पर पहुंचा हिमाचली तूफान, ऐसी रही अरुणोदय की एंट्री…

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शिमला: आखिरकार, ‘कोशिश करने वालों की हार नहीं होती’ पंक्तियों को अरुणोदय ने खुद पर साबित कर दिखाया है। वो लम्हा, वीरवार की रात आ ही गया, जिसका हिमाचल ही नहीं, बल्कि देश बेसब्री से इंतजार कर रहा था। शो का प्रोमो देखने के बाद ये तो नजर आने ही लगा था कि हिमाचली नाटी करते-करते अरुणोदय हाॅट सीट पर विराजमान हुआ। अगर, सोशल मीडिया को आधार मान लिया जाए तो निश्चित ही केबीसी 13 के स्टूडेंट्स स्पेशल के इस एपिसोड का क्रेज इंडिया बनाम पाकिस्तान क्रिकेट मैच से भी अधिक रहा।

आपको बता दें कि अकेले फेसबुक के प्लेटफार्म पर ही अरुणोदय के शो से जुड़े प्रोमो को एक से डेढ़ करोड़ के बीच व्यूवरशिप मिली। हर बच्चा कार्टून चैनल देखने में गहरी दिलचस्पी रखता है। अरुणोदय की भी वैसी ही रूचि है। उसके चेहरे पर उस समय लंबी मुस्कान थी, जब इन चैनल्स पर अपने शो से जुड़े प्रोमो देखे।

शो के दौरान अमिताभ बच्चन बच्चों के साथ खूब मस्ती करते नजर आए। एक बच्ची ने बिग बी के जूते पर प्रतिक्रिया जाहिर की, तो एक ने चश्मे पर। इसी बीच ब्रेक पर जाने से पहले अरुणोदय ने कहां कि वह (बिग बी) जवानी की तुलना में इस समय बेहतरीन लगते हैं।

शो के दौरान अरुणोदय ने कहा कि उनके सपने बदलते रहते हैं। वह डॉक्टर व पॉलिटिशन तो कतई नहीं बनना चाहते। उन्होंने बताया कि उन्हें ऑनलाइन कक्षा पसंद नहीं है। अरुणोदय ने कहा कि उनका बचपन से ही बुजुर्गों व जानवर से खास लगाव रहा हैं।  

शो के दौरान बिग बी ने भी दर्शकों से पूछा कि क्या उन्हें विश्वास है कि अरुणोदय 9 साल के है। इस पर भी अरुणोदय ने जमकर हाजिर जवाबी दिखाई। साथ ही इससे पहले उन्होंने बिग बी को बताया कि उन्हें पुराने गीत पसंद है। अरुणोदय ने “जहां चार यार मिल जाएं”  गीत भी सुनाया, साथ ही यह भी बताया कि यह उनकी फिल्म “शराबी “का गीत है।

अरुणोदय रोलओवर के उम्मीदवार हैं, शो का प्रसारण 29 नवंबर को भी किया जाएगा। शो के होस्ट अमिताभ बच्चन  अरुणोदय  के संगीत प्रेम से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने अरुणोदय को दो गानों की धुन भी सुनवाई और पूछा कि यह कौन सा गीत है। उल्लेखनीय है कि यह सवाल कंटेस्ट का हिस्सा नहीं थे। इसी दौरान एक प्यारी बच्ची ने अरुणोदय संस्कारी बच्चे का नाम भी दिया।

शो के सवालों पर कम वक्त लगा क्योंकि अमिताभ बच्चन अरुणोदय से गप्पे मारने में अधिक दिलचस्पी देते नजर आए। उधर, अरुणोदय के दादा-दादी दासी देवी व कर्मदास के अलावा नाना-नानी देवेंद्र शर्मा व कांता शर्मा भी शो के प्रसारण के बाद गौरवान्वित महसूस कर रहे थे, क्योंकि घर का नन्हा बालक पूरे देश की आंखों का तारा जो बन गया था। सेंट एडवर्ड में चौथी कक्षा में पढ़ने वाले अरुणोदय शायद ही इस बात की कल्पना कर पा रहे होंगे कि आज वो किस मुकाम पर पहुंच गए हैं।

सोशल मीडिया यूजर्स माता व पिता ममता पाल व जगदीश शर्मा को भी इस बात को लेकर बधाई दे रहे हैं कि अरुणोदय की परवरिश खुले माहौल में ऐसे की गई है, जिसमें उसे अपनी संस्कृति के साथ अटैच रहने के संस्कार दिए गए हैं।

हालांकि, 29 नवंबर को ये साफ हो जाएगा कि अरुणोदय ने कितनी राशि जीती है, लेकिन सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन की एक सोशल मीडिया पोस्ट की मानें तो जीती राशि को अरुणोदय अपने भाई के इलाज पर खर्च करना चाहता है। केबीसी में मासूमियत व हाजिर जवाबी के चलते देश भर का बेटा बने अरुणोदय का 12 वर्षीय बड़ा भाई अभिउदय एक विशेष आवश्यकता वाला बच्चा है। वो न तो बोल पाता है न ही चल पाता है। लेकिन अरुणोदय का अपने बड़े भाई से गहरा रिश्ता है।

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