शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में जिला परिषद सदस्य कविता कंटू की संदिग्ध मौत के मामले पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में आत्महत्या की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, शरीर पर किसी भी तरह की चोट के कोई निशान नहीं हैं। मौत की वजह दम घुटना बताया गया है, यानी जो फंदा बनाया था, उससे दम घुटा है।
इस रिपोर्ट से उन आशंकाओं पर तो विराम लग गया है कि जिसमें कहा जा रहा था कि ये आत्महत्या नहीं हत्या है, लेकिन इस सब के बावजूद पुलिस की जांच जारी है। एसपी शिमला मोनिका भुटूंगरू ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने की पुष्टि की है।
एसपी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की बात सामने आई है, दम घुटने से मौत हुई है। रिपोर्ट में सोमवार देर शाम को होने की बात कही गई है। जिंदा रहते हुए गले पर फंदा लगाया गया था। ऐसा रिपोर्ट में कहा गया है। जमीन पर जो घुटने लगे हुए हैं उसे ‘पार्शियल हैंगिग’ कहा जाता है।
एसपी का कहना है कि मामले की जांच जारी है। पुलिस को अब एफएसएल और हैंडराइटिंग की रिपोर्ट का इतंजार है। उसके बाद ही पुख्ता तौर पर कुछ कहा जा सकता है। पुलिस हर पहलू पर जांच में जुटी हुई है। वहीं, बता दें कि पुलिस जांच में कविता के मानसिक दबाव में होने की बात भी सामने आई थी।
बता दें कि मंगलवार सुबह 26 वर्षीय जिला परिषद सदस्य कविता कंटू की लाश जंगल में पेड़ से लटकी हुई मिली थी। समरहिल के साथ लगते सांगटी के जंगल में कविता की लाश मिली थी। मृतका जिला शिमला के रामपुर क्षेत्र की कुहल पंचायत के मझाली गांव की रहने वाली थीं।