मंडी: सोमवार को मंडी में आयोजित पीएम नरेंद्र मोदी की रैली के लिए 1600 से अधिक एचआरटीसी बसें सेवा में लगाई गईं थीं, इस कारण प्रदेश भर में बस रूट प्रभावित हुए। ऐसे में आम जनता को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने में काफी दिक्कतें आई और निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ा।

वहीं, स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों और अन्य सरकारी व गैर-सरकारी नौकरी करने वालों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर लोगों को बस के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा, किसी को लिफ्ट का सहारा लेना पड़ा, तो किसी को प्राईवेट गाड़ियों का सहारा लेना पड़ा।
माकपा ने जताया विरोध
मंडी में हिमाचल सरकार के चार साल होने पर आयोजित पीएम नरेंद्र मोदी की रैली को सफल बनाने के लिए एचआरटीसी की सभी बसों को रैली के लिए तैनात करने का माकपा ने कड़ा विरोध किया है। पार्टी के मंडी जिला सचिव व पूर्व ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के नाम पर जयराम सरकार ने सभी बसें रैली में भेज कर आम जनता के लिए अघोषित कर्फ्यू लगा दिया है। जिससे आज सवारियों को अपने कार्यों के लिए जाने व घर आने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि सरकार व पथ परिवहन निगम ने आम जनता को आज बसें न चलने की अग्रीम सूचना भी नहीं दी थी और लोग आज दिनभर बसों के इंतजार में हर जगह परेशान होते रहे।बहुत से लोगों को टैक्सियों के माध्यम से अपने गंतव्य स्थानों पर जाना पड़ा और बहुत से लोग पैदल इधर उधर भटकते रहे।सभी बाज़ार आज सुने सुने ही रहे और बहुत से कर्मचारियों को अवकाश लेकर घर पर ही रहना पड़ा।
भूपेंद्र सिंह ने यह भी आरोप लगाया है कि आज की रैली के लिए सरकारी विभागों को भी लाभार्थियों के नाम पर कर्मचारियों और अन्य लोगों को गाड़ियों में मंडी पहुंचाने के निर्देश दिये गए थे।उन्होंने बताया कि लाभार्थीयों के नाम पर भाजपा के कार्यकर्ताओं को सरकारी बसों में फ्री मंडी पहुंचाया गया और सारा खर्च प्रदेश सरकार ने किया।
मंडी में आयोजित रैली में आज से ही अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों में सभी कार्यकर्ताओं को जुट जाने का आह्वान मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने किया। इस तरह आज की रैली मुख्यता चुनावी रैली ही थी जिसे सरकारी ख़जाने से धन लगा कर आयोजित किया गया और सभी बसें पूरे प्रदेश से मंडी पहुंचाई गई।