हिमाचल: PM मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें, प्रदेश को दी 11 हजार करोड़ की सौगात

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मंडी: छोटी काशी मंडी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश को 11,000 करोड़ रुपये की सौगात दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने 7,000 करोड़ की रेणुका बांध परियोजना और 1,800 करोड़ की 210 मेगावाट से अधिक की लुहरी स्टेज-1 पनबिजली परियोजना की आधारशिला रखी। 2,000 करोड़ रुपये की शिमला जिले में पब्बर नदी पर बनी 111 मेगावाट की सावड़ा कुड्डू पनबिजली परियोजना का लोकार्पण किया और 700 करोड़ रुपये से बनने वाली 66 मेगावाट की धौलासिद्ध पनबिजली परियोजना का शिलान्यास किया।

मंडयाली भाषा में पीएम मोदी बोले- देवी-देवतयां जो मेरा नमन 
छोटी काशी में मंडयाली भाषा में भाषण का आगाज कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाखों हिमाचलियों के दिल को छू गए। अपने संबोधन की शुरुआत मंडयाली से करते हुए कहा कि, ‘ऐस ही महीने काशी विश्वनाथा रे दर्शन करने रे बाद अज छोटी काशी मंझ बाबा भूतनाथ, पंचवक्त्र कने महामृत्युंजय रा आशीर्वाद लैणे रा मौका मिल्या। देवभूमि रे सभी देवी-देवतयां जो मेरा नमन’। इस पर पंडाल में मौजूद लोग जोर-जोर से तालियां और सीटियां बजाने लगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल से मेरा हमेशा से एक भावनात्मक रिश्ता रहा है। हिमाचल की धरती और हिमालय के शिखरों ने मेरे जीवन को दिशा देने में अहम भूमिका निभाई है। कहा कि मैं जब भी मंडी आता हूं तो मंडी की सेपू बड़ी, कचौरी और बदाने के मीठे की याद आ ही जाती है। उन्होंने कहा कि आज डबल इंजन सरकार के चार साल पूरे हुए हैं। सेवा और सिद्धि के चार सालों के लिए हिमाचल की जनता को बधाई देता हूं।

हिमाचल को प्लास्टिक मुक्त रखें पर्यटक
पीएम ने पर्यटकों से आग्रह किया कि हिमाचल को प्लास्टिक से प्रदूषित न करें। यहां पर्यटन की अपार संभावना है। टूरिज्म का फन हिमाचल से बढ़कर कहां मिलेगा। फार्मिंग में नैचुरल फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। कैमिकल मुक्त कृषि उत्पाद आज डिमांड में है। प्राकृतिक खेती में हिमाचल अच्छा काम कर रहा है।

पीएम मोदी ने हिमाचल के किसानों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डेढ़ लाख से ज्यादा किसान कैमिकल मुक्त प्राकृतिक खेती के रास्ते पर चल पड़े हैं। देश के किसानों को भी प्राकृतिक खेती करने का आग्रह किया। 

देश में सरकार चलाने के दो अलग-अलग मॉडल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हिमाचल देश के सबसे महत्वपूर्ण फार्मा हब में से एक है। भारत को आज फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड कहा जाता है तो उसके पीछे हिमाचल की बहुत बड़ी ताकत है। कोरोनाकाल के दौरान हिमाचल ने न सिर्फ दूसरे राज्यों, बल्कि दूसरे देशों की भी मदद की है। आयुष इंडस्ट्री को भी हमारी सरकार बढ़ावा दे रही है।

आज देश में सरकार चलाने के दो अलग-अलग मॉडल काम कर रहे हैं। एक मॉडल है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास। वहीं दूसरा मॉडल है खुद का स्वार्थ, परिवार का स्वार्थ और विकास भी खुद का है।

हिमाचल में पर्यटन और तीर्थाटन
देश में एक विचारधारा विलंब की है और दूसरी विकास की। विलंब की विचारधारा वालों ने पहाड़ों पर रहने वालों की कभी परवाह नहीं की। विलंब की विचारधारा वालों ने हिमाचल के लोगों को अटल टनल के लिए दशकों तक इंतजार करवाया।

विलंब की विचारधारा वालों के कारण ही रेणुका बांध परियोजना में तीन दशक लग गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिमाचल में पर्यटन और तीर्थाटन जुड़ रहे हैं। हिमाचल शिव और शक्ति का स्थान है। हिमाचल में तीन कैलाश हैं। बौद्ध आस्था यहां है। डबल इंजन की सरकार हिमाचल की ताकत को आगे बढ़ा रही है। मंडी में शिवधाम इसी ताकत का परिणाम है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 3 जनवरी से 15-18 आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकरण शुरू हो जाएगा। उम्मीद करता हूं कि हिमाचल इसमें भी बेहतर काम करेगा। 10 जनवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज दी जाएगी।  प्रदेशवासियों को नववर्ष की बधाई देता हूं और प्रदेश इसी विकास की रफ्तार के साथ आगे बढ़ता रहे, यही मेरी कामना है।

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