मंडी/कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के मंडी-कांगड़ा सीमा पर स्थित 25 मेगावाट पन विद्युत परियोजना की एचआरडी टनल (पेन स्टाॅक) में पानी के रिसाव से मुल्थान गांव और बाजार में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। क्षेत्र में भारी नुकसान की सूचना है। रिहायशी इलाकों और किसानों की उपजाऊ भूमि को पानी के तेज बहाव से क्षति हुई है।
प्रोजेक्ट के साथ लगते क्षेत्रों में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। राहत और बचाव कार्य के लिए पुलिस प्रशासन, राजस्व विभाग के साथ पन विद्युत परियोजना के कई अधिकारी और कर्मचारी डटे हुए हैं, लेकिन अभी हालात बिगड़े हुए हैं।
दक्षिण की एक निजी कंपनी के इस प्रोजेक्ट में पिछले साल भी एचआरडी टनल में रिसाव हुआ था, उस दौरान भी परियोजना प्रबंधन और आसपास के लोगों को नुकसान उठाना पड़ा था। शुक्रवार सुबह फिर 800 मीटर टनल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से अब मुल्थान गांव और बाजार में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं।
बता दें कि लबांडग 25 मेगावाट विद्युत प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य 2003 तीन में शुरू हुआ था। इसी साल फरवरी माह में विद्युत उत्पादन शुरू होने के बाद पैन स्टॉक फट जाने से अब विद्युत उत्पादन ठप हो गया है।
परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर देवी सिह चौहान ने बताया कि टनल से पानी के अचानक रिसाव हो जाने से विद्युत उत्पादन रोकना पड़ा है। आसपास के प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है।