शिमला: चेतन बरागटा ने नाम वापसी को लेकर कहा है कि जिस तरह से उनका टिकट कटा है, उसके बाद समर्थकों में काफी रोष है। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी शीर्ष नेताओं के दिल्ली से लेकर फोन आए, लेकिन अब कुछ नहीं हो सकता। मुझे चुनाव लडऩा ही पड़ेगा।
एक अनौपचारिक बातचीत में चेतन बरागटा ने कहा कि हजारों लोगों की भावनाएं मेरे साथ जुड़ी हुई हैं, इसलिए चाहते हुए भी चुनाव से पीछे नहीं हट सकता। बुधवार को नाम वापसी को लेकर सभी की निगाहें चेतन बरागटा पर टिकी हैं। चेतन बरागटा यदि चुनाव में टिके रहते हैं, तो भाजपा को इसका काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है।
सूत्रों की मानें तो भाजपा के शीर्ष नेता लगातार चेतन बरागटा के संपर्क में हैं और उन्हें बिठाने की कोशिशें चल रही हैं। यहां चुनाव का पूरा फोकस अब चेतन बरागटा व भाजपा प्रत्याशी नीलम सरेईक पर है।
चेतन बरागटा लगातार चुनाव प्रचार में जुट गए हैं, जबकि भाजपा की प्रत्याशी नीलम सरेईक भी चुनाव प्रचार में जुट गई है। दूसरी ओर कांग्रेस के प्रत्याशी रोहित ठाकुर ने भी चुनाव प्रचार को और तेज कर दिया है।