हिमाचल वॉइस डेस्क, कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के बीड़ वाले महात्मा स्वामी विशुद्धानंद सरस्वती जी गुरुवार सुबह प्रभु चरणों में लीन हो गए। सुबह करीब 3:15 बजे विवेकानंद अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। स्वामी विशुद्धानंद सरस्वती जी लगभग 146 वर्ष की आयु के थे।
बता दें कि वैदिक परंपरा के ये महर्षि आध्यात्म के शिखर पर थे। महात्मा जी का जन्म कलकत्ता में हुआ था। स्वामी विशुद्धानंद सरस्वती जी स्वामी रामकृष्ण परमहंस की परंपरा के एक मात्र जीवित संत थे। काफी साल पहले स्वामी जी कलकत्ता छोड़ कर हिमालय आ गए थे और कांगड़ा जिले के बीड़ में रह रहे थे।
पिछले कुछ दिनों से स्वामी विशुद्धानंद सरस्वती जी का स्वास्थ्य ठीक नहीं था और वे विवेकानंद अस्पताल में उपचाराधीन थे। इनके जाने से आध्यात्म जगत में अपूर्णीय क्षति पहुँची है, जिसे पूरा करना संभव नहीं।
स्वामी जी के निधन का समाचार सुनते ही उनके अनुयाई चिकित्सालय पहुंचने शुरू हो गए हैं। लगभग 146 वर्षीय स्वामी जी के हजारों लाखों अनुयाई थे। बता दें कि शुक्रवार को स्वामी जी की अंतिम संस्कार समाधि बीड़ में दी जाएगी।