कांगड़ा: धर्मशाला के जोरावर स्टेडियम में लोगों को संबोधित करते हुए भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा (Sudhir Sharma) की आंखों से आंसू छलक आए। सुधीर ने भावुक होते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि वह बिकाऊ हैं। इस दौरान सुधीर की आंखें भर आई। उन्होंने कहा कि मैं दल-बदलू या बिकाऊ नहीं हूं, सिर्फ जनसेवक हूं। धर्मशाला की जनता के सम्मान के लिए मुझे यह फैसला लेना पड़ा।
स्वागत समारोह के दौरान सुधीर शर्मा ने कहा कि उनके पिता भी कांग्रेसी थे। मैं भी कांग्रेसी विचारधारा को मानता था, लेकिन वर्तमान हालात को देखते हुए सबसे पहले मैंने अपनी माता जी से इस बारे में बात की, तो मेरी माता ने कहा कि बेटा! अब तू भाजपा में चला जा, अब कांग्रेस वैसी नहीं रही, जैसी तेरे पिता जी के समय थी।
सुधीर शर्मा ने कहा कि कौन व्यक्ति अपना विधायक का पद छोड़ सकता है, लेकिन जिन धर्मशाला के लोगों ने मुझे चुनकर विधानसभा भेजा था, उनके काम नहीं हो रहे थे, तो मेरा विधायक बने रहना कोई मायने नहीं रखता था। सुधीर शर्मा ने कहा कि जहां सम्मान न मिले, उस पार्टी में रहने का सवाल नहीं उठता।