शिमला: गुरुवार को प्रदेश भर में मौसम भले ही साफ रहा, लेकिन दुश्वारियां अभी कम नहीं हुई है। बर्फबारी के कारण गुरुवार शाम तक 357 सड़कें बंद रहीं। इनमें तीन नेशनल हाइवे भी शामिल रहे। दिन भर इन सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। 280 बस रूट बंद रहे।
शिमला-रामपुर नेशनल हाईवे नारकंडा में बहाल हो गया है। भरमौर-पठानकोट, मनाली-केलांग और कुल्लू-आनी एनएच अभी बंद है। आठ और नौ जनवरी को भारी बारिश-बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी हुआ है। भारी बर्फबारी से लाहौल-स्पीति जिले में सबसे अधिक 168, किन्नौर में 62, चंबा में 55, कुल्लू में 51, शिमला में नौ और मंडी में आठ सड़कें बंद हैं।
प्रदेश में 440 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं। कुल्लू में 146, चंबा 108, किन्नौर 80, मंडी 37, शिमला 30, लाहौल-स्पीति 23, सिरमौर में 16 बिजली ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं। इसके अलावा प्रदेश में 44 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित चल रही हैं।
वहीं, बर्फबारी से बंद शिमला जिले की अधिकतर मुख्य सड़कें गुरुवार देर शाम तक बहाल हो गईं। शिमला-रामपुर एनएच कुफरी और फागू के बीच सुबह 10 बजे के बाद बहाल हुआ। दोपहर बाद नारकंडा और खड़ापत्थर में भी सड़कें बहाल कर दी गईं। देर शाम शिमला-चौपाल-नेरवा सड़क खिड़की के पास बहाल हुई। जलोड़ी में दो फीट ताजा बर्फबारी से एनएच-305 अवरुद्ध है।
मौसम खुलते ही घाटी के कई हिस्सों में हिमखंड खिसकने की सूचना है। गौशाल गांव की पहाड़ी से ककटी नाला में हिमखंड गिरने की जानकारी ग्रामीणों ने दी है। बुधवार रात को ताजा बर्फबारी से सोलंगनाला से रांगड़ी तक कुछ पर्यटक जगह-जगह फंसे रहे।
सीमा सड़क संगठन ने अटल टनल रोहतांग होकर मनाली-केलांग सड़क मार्ग को बहाल करने का अभियान शुरू कर दिया है। चंबा जिले के चुराह उपमंडल की पंचायत हरतवास में नारो देवी पत्नी बजीरू राम का कच्चा मकान गिरने से दो गाय और एक बकरी की मौत हो गई।
पांगी के कई गांवों में चार दिनों में बिजली गुल है। जिला सिरमौर में बर्फबारी से हरिपुरधार-कुपवी सड़क पर आवाजाही 17 घंटे बंद रही।