ज्योति मौत मामला: जांच में हुई देरी, अब इंसाफ के लिए फिर सड़कों पर उतरेंगे लोग

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जोगिंद्रनगर: जोगिंद्रनगर के बहुचर्चित ज्योति मौत मामले की जांच में हो रही देरी के बाद अब लोगों ने फिर सड़कों पर उतरने का मन बना लिया है। ज्योति मौत मामले में जांच तेज करने और केस की सच्चाई सामने लाने की मांग को लेकर जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज के नेतृत्व में ज्योति के सभी सगे संबंधी, रिश्तेदार, किसान सभा के सभी कार्यकर्ता व विभिन्न महिला मंडल सोमवार यानी 25 अक्तूबर को जोगिन्दर नगर में फिर से विशाल प्रदर्शन करेंगे।

इस बात की जानकारी देते हुए हिमाचल किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष और जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने कहा कि ज्योति के माता-पिता, सगे-संबंधियों व गांव वासियों से बात करने के बाद धरने व प्रदर्शन के लिए 25 अक्तूबर की तारीख तय की गई है।

कुशाल भारद्वाज ने कहा कि इस घटना से मानवता भी शर्मसार हुई है। भराड़ू क्षेत्र में भी यह अपने आप में पहली ऐसी घटना है। इसलिए उस क्षेत्र के समस्त लोग भी इंसाफ की लड़ाई में पूरी तरह से हमारे संघर्ष को समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ज्योति की तथाकथित गुमशुदगी के बाद एक महीना तक तो किसी भी राजनेता या सैंकड़ों समाजसेवियों ने इस मुद्दे को उठाने या ज्योति के माता-पिता से मिलकर उनका दर्द बांटने की जहमत नहीं उठाई। लेकिन उनका शव मिलने के बाद सभी नेता लोग मीडिया व सोशल मीडिया की टीमें साथ लाकर सांत्वना प्रकट करने व अपनी उपस्थिति दर्ज करवा कर चलते बने।

उन्होंने कहा कि हमने 26 अगस्त को ही बड़ा प्रदर्शन करते हुए जब मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक व अन्य अधिकारियों को ज्ञापन दिये थे और ज्योति मामले की हर पहलू से जांच करने और दोषियों को पकड़ने की मांग की थी तो भी आम जनता को छोड़कर किसी अन्य राजनीतिक पार्टी या नेताओं ने हमारा साथ नहीं दिया। जब हमने 14 सितंबर को सामूहिक उपवास व विशाल जलूस का ऐलान किया तो उससे पिछली शाम को ही इस मामले की जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंप दिया गया। 14 तारीख को हुए प्रदर्शन में भी किसान सभा और महिला मंडलों से जुड़े हजारों लोगों ने हिस्सा लिया था।

उन्होंने कहा कि हमें बताया गया था कि 15-20 दिन में फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट आ जाएगी और जल्दी ही सभी असली गुनाहगारों को पकड़ लिया जाएगा। इसलिए उन्होंने सरकार व सरकार की एजेंसियों पर भरोसा करते हुए कुछ दिन के लिए आंदोलन स्थगित रखा था। लेकिन घटना को बीते सवा दो महीने हो गए हैं और ज्योति का क्षत-विक्षत शव मिले भी एक महीने से ज्यादा समय हो चुका है, लेकिन न तो फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट आई है और न ही राज्य सीआईडी इस केस की सच्चाई सामने ला पाई है। इस सबंध में प्रदेश सरकार का सारा तंत्र खामोश है। उन्होंने कहा कि इस केस को हम दबने नहीं देंगे तथा इंसाफ लेकर ही रहेंगे ताकि ऐसे अपराधों की पुनरावृति न हो सके।

कुशाल भारद्वाज ने कहा कि 25 अक्तूबर का विशाल धरना व प्रदर्शन न्याय की लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने के लिए ही है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ मेरी अकेले की लड़ाई नहीं है, बल्कि समस्त जोगिन्दर नगर व द्रंग क्षेत्र की जनता की लड़ाई बन चुकी है। प्रदेश की जनता की निगाहें इस समय हमारे ऊपर हैं। सब चाहते हैं कि केस की पूरी सच्चाई सामने आये और ज्योति को न्याय मिले। उन्होंने कहा कि न्याय के इस संघर्ष को हम ईमानदारी से अपनी आखिरी सांस तक लड़ेंगे।

उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद आंदोलन की आड़ में कुछ लोग तोड़फोड़ व आगजनी करना चाहते थे। लेकिन जिस आंदोलन का नेतृत्व हम करते हैं उसमें इस तरह के हुड़दंग के लिए कोई जगह नहीं है। मुझे इस बात का भी संतोष है कि इस घटनाक्रम के बाद हमारे हस्तक्षेप के कारण दो इलाकों में टकराव नहीं हुआ। इसलिए समस्त जनता की विशेषकर भराड़ू क्षेत्र की जनता की जिम्मेवारी बनती है कि वे 25 अक्तूबर को इस प्रदर्शन में बढ़चढ़कर हिस्सा लें तथा इंसाफ की लड़ाई में हमारा साथ दें।

उन्होंने अपने जिला परिषद वार्ड के अलावा समस्त जोगिंद्रनगर व द्रंग के महिला मंडलों से 25 तारीख को सुबह 10.30 बजे जोगिंद्रनगर के रामलीला मैदान में पहुंचने का अनुरोध किया है।

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