शिमला: ओमिक्रॉन से निपटने को लेकर हिमाचल सरकार और प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट हैं। केंद्र सरकार की ओर से भी राज्यों के लिए कोरोना को लेकर गाइडलाइन जारी की गई है। जिसके तहत कोरोना सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना और जिलों में टीमें गठित करने को कहा गया है।
बता दें कि ओमिक्रॉन की आशंका के चलते केंद्र ने हिमाचल सरकार को अस्पतालों में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। संभावित तीसरी लहर के चलते यह निर्देश जारी हुए हैं। इस समय प्रदेश में 42 कोरोना कोविड सेंटर हैं, जिनमें 3356 बिस्तर लगाए गए हैं। इसमें 2275 ऑक्सीजन बिस्तर और 264 आईसीयू वाले बेड हैं। जारी गाइडलाइन के तहत इसमें 20 से 25 फीसदी बढ़ोतरी करने की बात कही गई है।
इसके अलावा पंचायतों में बुजुर्गों के एंबुलेंस के माध्यम से सैंपल एकत्र करने और बीमार लोगों पर आशा वर्कर, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को निगरानी रखने को कहा गया है।
बता दें कि फरवरी महीने में कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना है। इसके चलते केंद्र सरकार ने तैयारियां रखने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो आईजीएमसी शिमला में नया भवन खाली है। मरीज बढ़ने पर इसमें बेड की व्यवस्था की जा सकती है।
इसके अलावा धर्मशाला और टांडा मेडिकल कॉलेज में भी बिस्तर की क्षमता बढ़ने के इंतजाम किए गए है। हिमाचल में 18 साल से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन की डोज नहीं लगी है। ऐसे में पीडियाट्रिक्स विभाग में अतिरिक्त वार्ड बनाए जाने संभावित है।
जानकारी देते हुए स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों के मुताबिक हिमाचल में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां पूरी हैं।