शिमला: जैसे-जैसे चुनावी सरगर्मियां तेज हो रही हैं, वैसे-वैसे महंगाई भी आसमान छू रही है। उपचुनाव के बीच रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। रविवार शाम को राजधानी शिमला में टमाटर की कीमत 80 रुपए प्रति किलो थी।
चुनाव के दरम्यान दामों में बढ़ोतरी का खामियाजा सत्तारूढ़ पार्टी को भुगतना पड़ सकता है। सरसों तेल भी 250 के करीब पहुंच गया है। प्याज के कीमतों में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। प्याज खुदरा बाजार में 60-60 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है।
सब्जियों के कीमत में इतनी अधिक बढ़ोतरी की वजह मैदानी भागों में मानसून के दौरान सामान्य से अधिक बारिश बताई जा रही है। साथ ही पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्टेशन चार्ज भी बढ़ गया है।
इन सबके बीच प्रदेश में मतदान भी 30 अक्टूबर को होने हैं। विपक्षी दल बढ़ती महंगाई को मुद्दा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। विपक्ष के हर नेता अपने चुनावी कार्यक्रम के दौरान भाषण में महंगाई के मुद्दे को प्रमुखता से रख रहे हैं।
ऐसे में समय रहते यदि सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं के कीमत का दर नियंत्रित नहीं करती है। तो आम लोग अपने जेब पर पड़ रही अतिरिक्त बोझ का गुस्सा मतदान के समय भाजपा पर निकाल सकते हैं।